Weather News LIVE Updates: कर्नाटक में लगातार हो रही बारिश से राजधानी बेंगलुरु के विभिन्न हिस्सों में जलभराव हो गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार और गुरुवार को तटीय कर्नाटक के सभी जिलों में ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार रात भारी बारिश के बाद बेंगलुरु में कावेरी पाइपलाइन के पास दो मजदूर मृत पाए गए।
बेंगलुरु में मंगलवार रात को भारी बारिश के साथ आंधी-तूफान भी देखने को मिला। बारिश के बाद हुए जलभराव ने शहर का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सड़कों पर खड़ी गाड़ियां डूब गई हैं। शहर में हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। सामने आ रही तस्वीरों में देखा जा सकता है कि बेंगलुरु के कई इलाकों में भारी बारिश के चलते पानी भर गया है।
शहर में अभी भी हल्की बारिश हो रही है, जिसके चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार रात बारिश इतनी तेज थी कि बेंगलुरु के मौर्या रोड पर 4 फुट, चिकपेट, सुल्तानपेट और नागार्थपेट में 3-3 फुट पानी भर गया। वहीं, सिरसी सर्कल फ्लाइओवर में भी भारी जलभराव हुआ है।
असम में भी बाढ़ से हाहाकार
असम में लगातार हो रही बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। असानी चक्रवात के आने के बाद से असम में लगातार बारिश हो रही है, जिससे कई इलाकों में जलभराव हो गया है। बारिश और जलभराव से हजारों लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। असम के उदलगुरी जिले में एक और व्यक्ति की मौत के बाद मानसून-पूर्व बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 8 हो गई है।
4 लाख से अधिक लोग प्रभावित
अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ से अब तक 26 जिलों में 4 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के अधिकारियों ने कहा कि पिछले 24 घंटों में पश्चिमी असम के उदलगुरी जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि इससे पहले दीमा हसाओ और लखीमपुर जिलों में बाढ़ और भूस्खलन में सात लोगों की मौत हो गई थी।
हालांकि, कछार जिले की एक अनौपचारिक रिपोर्ट में कहा गया है कि एक बच्चे और दो अधेड़ उम्र के लोगों सहित चार लोग अलग-अलग नदियों में बह गए। ASDMA के एक बुलेटिन में कहा गया है कि 80,659 बच्चों और 1,39,541 महिलाओं सहित कम से कम 4,03,352 लोग प्रभावित हुए हैं। 26 जिलों के 1,089 गांवों में लगभग 1,900 घर आंशिक रूप से और पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जबकि 39,558 से अधिक लोगों ने 89 राहत शिविरों में शरण ली है।
ये जिले हैं सबसे अधिक प्रभावित
सबसे अधिक प्रभावित जिलों में कछार, दीमा हसाओ, होजई, नगांव, चराईदेव, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, बजली, बक्सा, विश्वनाथ और लखीमपुर शामिल हैं। दीमा हसाओ जिले में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के पहाड़ी खंड में स्थिति मंगलवार को गंभीर बनी रही। बारिश के चलते लुमडिंग-बदरपुर सिंगल लाइन रेलवे मार्ग प्रभावित हुआ है। बाढ़ की वजह से रेल संपर्क पिछले चार दिनों से कटा हुआ है।