World Kidney Day 2023: किडनी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है। ऐसे में अगर किडनी में कोई समस्या आ जाए तो इसका बुरा असर हमारी सेहत पर पड़ता है। किडनी बॉडी में बनने वाले टॉक्सिंस को बाहर निकालने का काम करती है। डॉक्टरों का कहना है कि किडनी जिन पदार्थों को फिल्टर कर बाहर निकालती है। अगर वो बाहर निकलना बंद हो जाये तो शरीर के अन्य ऑर्गन के खराब होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में किडनी के प्रति सतर्क रहना बेहद जरूरी है। किसी भी तरह की परेशानी आने पर फौरन डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है। बता दें कि 9 मार्च को विश्व किडनी दिवस (World Kidney Day) मनाया जाता है।
चोट लगने , हाई ब्लड प्रेशर या फिर डायबिटीज के कारण किडनी डैमेज हो जाती है। तब किडनी शरीर से विषाक्त पदार्थों को फिल्टर नहीं कर पाती है। जिससे जहर का निर्माण होता है। ऐसे में किडनी ठीक से काम नहीं करती और टॉक्सिन जमा हो सकते हैं। यहां पर टॉक्सिक किडनी के कुछ संकेत दिए गए हैं, जो आपको समय रहते बता देंगे कि आपकी किडनी खराब होना शुरू हो गई है और आपको इस पर जल्द ध्यान देना चाहिए।
एक सामान्य स्वस्थ व्यक्ति दिन में 6-10 बार पेशाब जाता है। इससे ज्यादा बार पेशाब जाना किडनी खराब होने की निशानी है। किडनी की समस्या के मामले में व्यक्ति को या तो बहुत कम बार या फिर बहुत ज्यादा बार पेशाब जाने की इच्छा महसूस होती है। ये दोनों ही वजह से किडनी को नुकसान हो सकता है। कुछ लोगों की पेशाब में खून भी निकलता है। ऐसा डैमेज हुई किडनी के कारण ब्लड सेल्स के पेशाब में रिसने के कारण होता है। हाई ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल लेवल से पीडि़त लोगों में किडनी के जल्दी खराब होने का जोखिम सबसे ज्यादा रहता है। इसलिए इन लोगों को अपनी सेहत पर खास तौर से ध्यान देने की जरूरत है।
हर समय कमजोरी और थकान महसूस होना किडनी की समस्या के शुरूआती संकेत हो सकते हैं। जैसे -जैसे किडनी की बीमारी गंभीर होती जाती है। व्यक्ति पहले से ज्यादा कमजोर और थका हुआ महसूस करने लगता है। यहां तक की थोड़ा चलना-फिरने में भी दिक्कत महसूस होने लगती है। ऐसा किडनी में विषाक्त पदार्थों के जमा होने के कारण होता है।
शरीर में विषाक्त पदार्थों के एकत्र होने से भूख में कमी आने लगती है। जिससे वजन घटने लगता है। कम भूख का एक अन्य कारण सुबह जल्दी मतली और उल्टी भी हो सकती है। इस कारण व्यक्ति को हर समय पेट भरा हुआ महसूस होता है। कुछ खाने का मन नहीं करता है। ह किडनी खराब होने का खतरनाक संकेत है। जिस पर किसी का ध्यान जल्दी नहीं जाता है।
इन बातों का भी रखें ध्यान
40 साल की उम्र के बाद किडनी के खराब होने की आशंका ज्यादा रहती है। इस समय बॉडी की रूटीन जांच कराना बेहद जरूरी है। पेन किलर गोली का सेवन अधिक नहीं करना चाहिए। जो लोग पेनकिलर्स का अधिक सेवन करते हैं। उनके किडनी खराब होने का जोखिम ज्यादा रहता है। यूरिन करते समय अगर झाग बन रहा है तो यह किडनी खराब होने का संकेत है।