टेक्नोलॉजी स्टार्टअप जिलिंगो (Zilingo) की फाउंडर अंकिती बोस ने कंपनी के 2 एग्जिक्यूटिव्स के खिलाफ मुंबई में दो एफआईआर दर्ज कराई है। बोस ने कंपनी के को-फाउंडर ध्रुव कपूर और पूर्व चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) पर ठगी, धोखाधड़ी, डराने-धमकाने के साथ-साथ यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है।
बोस द्वारा दायर 6 पन्नों की शिकायत में कपूर और वैद्य पर धोखाधड़ी संबंधी गतिविधियों में शामिल रहने, उन्हें और कंपनी को गुमराह करने, हिस्सेदारी को छोड़ने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। मनीकंट्रोल ने शिकायत की यह कॉपी देखी है।
सिंघानिया एंड कंपनी, एलएलपी के मैनेजिंग पार्टनर प्रदीप कुमार जैन ने भी यह पुष्टि की है कि उनकी क्लाइंट जिलिंगो की को-फाउंडर बोस अपने पूर्व सहकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। हालांकि, जैन ने इस मामले में और कुछ कहने से मना कर दिया। जिलिंगो के फाउंडर्स के बीच हुए विवाद के बाद बोस को कंपनी के CEO पद से हटना पड़ा था। पिछले साल जनवरी में कंपनी में लिक्विडेशन की प्रक्रिया शुरू हुई थी।
यह सिंगापुर से जुड़ी प्रमुख स्टार्टअप्स में शामिल थी और कंपनी भंग होने से पहले यह यूनिकॉर्न वैल्यूएशन पर फंड जुटाने के लिए बातचीत कर रही थी। बोस और कपूर ने मैनेजमेंट बायआउट ऑफर के लिए जून 2022 में हाथ मिलाया था।
शिकायत में क्या कहा गया है?
बोस ने शिकायत में आरोप लगाया है, 'आदि वैद्य ने बतौर चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर नुकसान वाली डील के लिए गलत तरीके से मुझे जिम्मेदार ठहराने की कोशिश की और कई पार्टी को मेरे नाम पर उधारी दी। इसके बाद इस शख्स ने मुझे इन डील्स का हवाला देकर मुझे फर्जी मामलों में फंसाने की धमकी दी।
हालांकि, सच यह है कि मेरी पिछली कंपनी से जुड़ी सभी ऑपरेशनल डीलिंग वैद्य के द्वारा की जाती थीं।' जिलिंगो के पूर्व CEO ने आरोप लगाया कि कपूर और वैद्य को टीम के साथ कुछ डेटा शेयर करना था, लेकिन उन्होंने ऐसी कई सूचनाओं को छुपाया। बोस ने कहा कि इन दोनों ने दूसरे नंबर से उन्हें अश्लील और गंदे मैसेज भी भेजे। उन्होंने अपनी शिकायत में कपूर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।