वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। एक बार फिर से वंदे भारत ट्रेन में पथराव की घटना सामने आई है। विशाखापट्टनम से दुर्ग जा रही ट्रेन ओडिशा के खरियार रोड रेलवे स्टेशन के एक किलोमीटर पहले किसी ने पथराव कर दिया है। यह घटना शनिवार देर रात की बताई जा रही है। पत्थर फेंकने की वजह से ट्रेन के एक्जीक्यूटिव क्लास के ई-2 के सीट नंबर 33-34 की खिड़की टूट गई। गनीमत ये रही कि कोच के भीतर सिर्फ दो यात्री सवार थे। किसी भी यात्री को कई चोट नहीं लगी है।
इस घटना से ट्रेन में सवार यात्री सकते में आ गए। RPF ने अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। रेलवे अफसरों के अनुसार रात के 9 बजे थे। अंधेरा बहुत था। ट्रेन चल रही थी। इस वजह से पथराव करने वालों को देखा नहीं जा सका है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। खरियार रोड में इसकी शिकायत की गई है।
यात्रियों ने टीटीई से की शिकायत
यात्रियों ने बताया कि ट्रेन पथराव होने से तेज आवाज आने लगी। कोच में बैठे दो यात्रियों ने उठकर देखा, तो उनके कोच के सीट नंबर 34-35 की खिड़की पर पत्थर बरस रहे थे। उसके बाद वह अपने आप को बचाते हुए वहां से हट गए। उन्होंने इसकी शिकायत ट्रेन के टीटीई से की। जिसने स्टेशन में जानकारी दी। हालांकि, वंदे भारत एक्सप्रेस को इसी हालत में दुर्ग तक लाया गया।
वंदे भारत में पथराव पर उठ रहे सवाल
बता दें कि पिछले 10 दिनों में पथराव की यह दूसरी घटना है। आरपीएफ इसे रोक पाने में नाकाम साबित हो रही है। ऐसे में कई सवाल उठ रहे हैं। दुर्ग विशाखापट्टनम वंदे भारत एक्सप्रेस का 13 सितंबर को ट्रायल के दौरान जब वंदे भारत ट्रेन महासमुंद के बागबाहरा रेलवे स्टेशन से गुजर रही थी। इसी दौरान कुछ लोगों ने ट्रेन पर पथराव कर दिया था। इस पथराव में C2-10, C4-1, और C9-78 कोच के शीशे टूट गए थे। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस हरकत में आई और शनिवार को पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।