भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुआई वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) होंगे देश के अगले उपराष्ट्रपति (Vice-President of India) होंगे। शनिवार 6 अगस्त की शाम में उपराष्ट्रपति चुनाव के नतीजों का ऐलान किया गया, जिसमें उन्होंने संयुक्त विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को 346 मतों से हराकर जीत हासिल की। जगदीप धनखड़ को कुल 725 वोटों में से 528 मत मिले, जबकि 15 वोट को अवैध करार दिया गया। वहीं उनके मुकाबले माग्रेट अल्वा को सिर्फ 182 सांसदों का ही वोट मिल पाया।
उपराष्ट्रपति चुनाव के नतीजों की जानकारी देते हुए लोकसभा महासचिव उत्पल के. सिंह ने बताया, "उपराष्ट्रपति चुनाव में आज राज्यसभा के निर्वाचित और मनोनीत सदस्यों और लोकसभा के निर्वाचित सदस्यों में से 725 सदस्यों ने वोट डाले। NDA के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को 725 मतों में से 528 मत हासिल हुए। जबकि विपक्षी उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को 182 वोट मिले।" उन्होंने आगे कहा, "जीत के साथ जगदीप धनखड़ भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित हो गए हैं।"
गृह मंत्री अमित शाह ने जगदीप धनखड़ की जीत पर उन्हें शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा, "किसान पुत्र जगदीप धनखड़ का भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होना पूरे देश के लिए हर्ष का विषय है। धनखड़ जी अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में निरंतर जनता से जुड़े रहे हैं। जमीनी मुद्दों की बारीकी समझ व उनके अनुभव का उच्च सदन को निश्चित रूप से लाभ मिलेगा।"
जीत के लिए 390 वोटों की थी जरूरत
जीत के लिए 390 से अधिक मतों की आवश्यकता थी। संसद में वर्तमान सदस्यों की मौजूदा संख्या 788 है, जिनमें से केवल भाजपा के 394 सांसद हैं। ऐसे में आंकड़ों के लिहाज से पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल धनखड़ की जीत पहले से ही तय मानी जा रही थी। धनखड़ 71 वर्ष के हैं और वह राजस्थान के प्रभावशाली जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। उनकी पृष्ठभूमि समाजवादी रही है। जनता दल (यूनाईटेड), वाईएसआर कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, अन्नाद्रमुक और शिवसेना ने धनखड़ का समर्थन किया था।
सुबह 10 बजे शुरू हुआ मतदान
इससे पहले दिन में भारत के अगले उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कई केंद्रीय मंत्रियों और विभिन्न दलों के सांसदों ने मतदान किया। मतदान सुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम 5 बजे तक चला। राज्य सभा और लोकसभा मिलाकर कुल 780 सांसदों में से 725 सांसदों ने मतदान में भाग लिया।
प्रधानमंत्री मोदी सबसे पहले वोट डालने वाले सांसदों में शामिल रहे। उन्होंने मतदान से जुड़ी एक तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, "2022 के उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान किया।" पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व्हीलचेयर पर संसद भवन पहुंचे और उपराष्ट्रपति चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
उपराष्ट्रपति चुनाव में सिर्फ लोकसभा और राज्यसभा के सांसद मतदान करने के लिए पात्र होते हैं। इसमें संसद के मनोनीत सदस्य भी शामिल हैं। संसद के दोनों सदनों में कुल 788 सांसद हो सकते हैं, लेकिन फिलहाल राज्यसभा की 8 सीट खाली है, जिसके चलते कुल सांसदों की संख्या 780 पर आ गई है।