Delhi-UP Weather Update: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश में सर्द हवाओं ने लोगों के कंपकंपी छुड़ा दी है। दिल्ली-NCR और आसपास के राज्यों में ठंड बढ़ गई है। बुधवार (11 दिसंबर) सुबह शीतलहर ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के लोगों को झकझोर दिया। दिल्ली में बुधवार को इस सर्दी का अब तक का सबसे कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। राजधानी में पारा तेजी से गिरकर 4.9 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। दिल्ली में एक दिन पहले न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस था।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बुधवार को कहा, "सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सर्दी के मौसम का सबसे कम तापमान है। पिछले साल भी 15 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।" पीटीआई के मुताबिक, मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ने बताया कि स्टेशन पर अब तक का सबसे कम न्यूनतम तापमान 27 दिसंबर 1930 को दर्ज किया गया था, जब न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था।
इस बीच, दिल्ली में बुधवार सुबह वायु गुणवत्ता 'खराब' कैटेगरी कैटेगरी में रही। हालांकि, आंकड़ा 'मध्यम' कैटेगरी के करीब था। सुबह 8 बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 207 रहा। जबकि एक दिन पहले एक्यूआई 223 दर्ज किया गया था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार शून्य से 50 के बीच AQI को 'अच्छा', 51 से 100 को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 201 से 300 को 'खराब', 301 से 400 को 'बेहद खराब' और 401 से 500 को 'गंभीर' माना जाता है।
राष्ट्रीय राजधानी के 39 वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन में से एकमात्र आर.के. पुरम में AQI 'गंभीर' कैटेगरी में दर्ज किया गया। प्रति घंटे आंकड़े उपलब्ध कराने वाले 'समीर' ऐप के अनुसार, 23 निगरानी स्टेशन ने वायु गुणवत्ता को 'खराब' कैटेगरी में बताया, जबकि शेष में यह 'मध्यम' कैटेगरी में दर्ज की गई।
दिल्ली के अलावा राजधानी से सटे उत्तर प्रदेश में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई। राज्य के 14 से अधिक जिलों में मंगलवार रात का पारा 10 डिग्री के नीचे चला गया। कानपुर में अधिकतम तापमान 22.8 डिग्री था, जो सामान्य से कम है। रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर में पहली बार ऐसा हुआ है।
राष्ट्रीय राजधानी में 15 दिसंबर, 2023 को न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री दर्ज किया गया, जो सर्दियों में ठंड के दौर में आवर्ती पैटर्न को रेखांकित करता है। ऐतिहासिक रूप से, 27 दिसंबर, 1930 को सफदरजंग वेधशाला में 0.0 डिग्री का सर्वकालिक न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया था।
मौसम वैज्ञानिक तापमान में अचानक गिरावट का कारण हिमालय से ठंडी हवा लाने वाली उत्तरी हवाओं को मानते हैं, जिससे राजधानी में सर्दी का प्रकोप बढ़ जाता है। रात के तापमान में लगातार गिरावट चिंता का विषय है। IMD मानदंडों के अनुसार शीतलहर की सलाह अभी भी प्रभावी है, जो सावधानी बरतने की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है।