Cyclone update: इंडिया मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट यानी IMD ने बुधवार को एक बयान में कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है और वह इस वीकेंड तक चक्रवात में बदल सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 48 घंटे के अंदर बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पूर्व मध्य भाग के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
IMD ने कहा कि इसके पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। 23 या 24 अक्टूबर के आसपास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में यह दबाव का क्षेत्र बन सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक, इसके बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य के ऊपर चक्रवाती तूफान में बदलने के आसार हैं।
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि कम दबाव के क्षेत्र के तूफान का रूप लेने के आसार हैं, लेकिन इसकी तीव्रता और मार्ग के बारे में कोई पूर्वानुमान जारी नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद ही चक्रवात को लेकर हम और डिटेल्स दे सकते हैं।
इस बीच, ओडिशा सरकार ने मौसम विभाग के इस पूर्वानुमान के मद्देनजर 23 से 25 अक्टूबर के बीच सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियों को रद्द कर दिया है। साथ ही राज्य ने तटीय जिलों को अलर्ट पर रखा है। मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात के दौरान ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश होने की आशंका है।
इन राज्यों में बारिश की चेतावनी
- IMD ने 19 से 21 अक्टूबर के दौरान महाराष्ट्र और कर्नाटक सहित देश के कई राज्यों में मध्यम से भारी बारिश होने की भविष्यवाणी की है। मौसम विभाग ने 19 से 21 अक्टूबर के दौरान महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप राज्यों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।
- IMD ने अगले तीन दिनों में पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में बारिश और बर्फबारी की भी भविष्यवाणी की है। वहीं, मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में शुष्क मौसम रहने की संभावना है।
- मौसम विभाग ने यह भी जानकारी दी कि अगले 48 घंटों में दक्षिण-पश्चिम मानसून विदर्भ, छत्तीसगढ़, आंतरिक महाराष्ट्र, झारखंड, आंतरिक ओडिशा के कुछ हिस्सों और पूरे पश्चिम बंगाल से वापस आ जाएगा।
- दिल्ली में बुधवार को लगातार तीसरे दिन वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई। IMD के मुताबिक अगले छह दिनों तक कोई सुधार आने की संभावना नहीं है। मौसम पूर्वानुमान एजेंसियों ने यहां यह जानकारी दी।