Bajaj Housing Finance IPO: बजाज ग्रुप की एक और कंपनी लिस्ट होने वाली है। बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने अपने 6,560 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए प्राइस बैंड भी फिक्स कर दिया है। निवेशक इस इश्यू में 66-70 रुपये के प्राइस बैंड में पैसे लगा सकेंगे। एंकर निवेशकों के लिए यह इश्यू 6 सितंबर को खुलेगा। इसका आईपीओ आरबीआई के नियमों के तहत आया है जिसमें प्रावधान है कि अपर लेयर एनबीएफसी की सूची में शामिल होने के तीन साल के भीतर मार्केट में लिस्ट होना अनिवार्य है और बजाज हाउसिंग फाइनेंस के लिए यह डेडलाइन सितंबर 2025 में खत्म होनी थी। अब ग्रे मार्केट में बात करें तो इसके आईपीओ के अपर प्राइस बैंड से 55.50 रुपये की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल्स के आधार पर ही निवेश से जुड़ा फैसला लेना चाहिए।
Bajaj Housing Finance IPO की डिटेल्स
बजाज हाउसिंग फाइनेंस का ₹6,560.00 करोड़ के आईपीओ में 9-11 सितंबर के बीच ₹66-₹70 के प्राइस बैंड में पैसे लगा सकेंगे। आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 12 सितंबर को फाइनल होगा। फिर BSE और NSE पर 16 सितंबर को एंट्री होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार केफिन टेक है। इस आईपीओ के तहत 3,560.00 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। इसके अलावा ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 42,85,71,429 शेयरों की बिक्री होगी। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कैपिटस बेस बढ़ाने में करेगी।
Bajaj Housing Finance के बारे में
वर्ष 2008 में बनी बजाज हाउसिंग फाइनेंस डिपॉजिट नहीं लेने वाली हाउसिंग फाइनेंस कंपनी (HFC) है। वर्ष 2015 से यह नेशनल हाउसिंग बैंक (NHB) के पास रजिस्टर्ड है और वित्त वर्, 2018 से यह मॉर्गेज लोन मुहैया करा रही है। बजाज ग्रुप की यह कंपनी होम लोन, प्रॉपर्टी गिरवी रखकर लोन (LAP- लोन अगेन्स्ट प्रॉपर्टी), रेंट कंसेसन और डेवलपर फाइनेंस जैसी सर्विसेज देती है। मार्च 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक इसके 3,08,693 एक्टिव कस्टमर थे जिसमें 81.7 फीसदी तो होम लोन वाले थे। देश के 20 राज्यों और 3 यूनियन टेरिटरीज के 174 स्थानों पर 215 ब्रांचेज हैं। इसके छह सेंट्रलाइज्ड रिटेल लोन रिव्यू सेंटर और सात सेंट्रल लोन प्रोसेसिंग सेंटर हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 709.62 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 1,257.8 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 1,731.22 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 42 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 7,617.71 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में इसे 482.61 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 2,208.73 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।