फिनटेक फर्म भारतपे (BharatPe) अपने IPO से पहले फंड जुटाएगी। लेकिन लिस्टिंग तभी होगी, जब बाजार की स्थितियां अनुकूल होंगी। यह बात कंपनी के CEO नलिन नेगी ने कही है। भारतपे में पीक XV, टाइगर ग्लोबल, बीनेक्स्ट, स्टीडफास्ट कैपिटल और रिबिट कैपिटल जैसे कई बड़े निवेशकों का पैसा लगा है। कंपनी की एक NBFC (नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी) शाखा 'ट्रिलियनलोन्स', एक स्मॉल फाइनेंस बैंक 'यूनिटी SFB' में हिस्सेदारी है। साथ ही इसके पास ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस है। भारतपे ने ट्रिलियनलोन्स में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 74 प्रतिशत कर दी है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, नेगी का कहना है, "हमने अपने लिए जो भी लक्ष्य तय किए थे, उन्हें हासिल किया है...प्रॉफिटेबिलिटी बरकरार रहनी चाहिए, और उसके बाद जब बाजार की स्थितियां सही होंगी, तो हम निश्चित रूप से IPO लाएंगे। एक प्री-IPO फंडिंग राउंड होगा। लेकिन इस वित्त वर्ष यानि कि 2025-26 में IPO लाने की कोई योजना नहीं है। बाजार की स्थितियां सही होने के बाद, इससे आगे कुछ भी करना उचित होगा।"
FY25 में मुनाफे में आई BharatPe
नेगी ने आगे कहा, "हमारा हमेशा से मानना रहा है कि संभावित IPO से पहले निवेशकों का विश्वास बनाने के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन करना महत्वपूर्ण है।" भारतपे का वित्त वर्ष 2025 में एडजस्टेड प्रॉफिट बिफोर टैक्स (ESOP खर्च को छोड़कर) 6 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी 342 करोड़ रुपये के घाटे में थी। कुल रेवेन्यू 1734 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। ऑपरेटिंग प्रॉफिट (ESOP खर्च को छोड़कर) 141 करोड़ रुपये रहा, जबकि वित्त वर्ष 2023–24 में कंपनी ने 209 करोड़ रुपये का ऑपरेटिंग लॉस देखा था।
अप्रैल में मिली थी ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर के तौर पर फाइनल मंजूरी
इस साल अप्रैल में भारतपे को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर के रूप में काम करने के लिए फाइनल ऑथराइजेशन मिला। इस परमिट से भारतपे को अपने पेमेंट सॉल्यूशंस को और ज्यादा मर्चेंट्स तक बढ़ाने, टियर 2 और टियर 3 शहरों में अपनी मौजूदगी बढ़ाने और हाई-ग्रोथ वाले सेक्टर्स को सपोर्ट करने के लिए एडवांस्ड टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने में निवेश करने में मदद मिली।