Borana Weaves IPO: गुजरात की टेक्सटाइल कंपनी बोराना वीव्स लिमिटेड अपना आईपीओ लाने जा रही है। कंपनी ने फंड जुटाने के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया है। इस इश्यू का साइज 70 लाख इक्विटी शेयरों तक होगा, जिनमें से प्रत्येक की फेस वैल्यू ₹10 होगी। यह कंपनी अन-ब्लीच्ड सिंथेटिक ग्रे फैब्रिक का प्रोडक्शन करती है।
Borana Weaves कहां करेगी फंड का इस्तेमाल?
इस मेनबोर्ड आईपीओ के तहत 70 लाख फ्रेश इक्विटी शेयर जारी होंगे। बोराना वीव्स सूरत में ग्रे फैब्रिक का प्रोडक्शन करने के लिए अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए एक नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने जा रही है, जिसके लिए आईपीओ से होने वाली आय में से 71.3 करोड़ रुपये का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके अलावा, वर्किंग कैपिटल जरूरतों के लिए 26.5 करोड़ रुपये और शेष सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए खर्च किए जाएंगे।
सूरत में बोराना वीव्स के तीन यूनिट्स हैं। यह कंपनी अन-ब्लीच्ड सिंथेटिक ग्रे फैब्रिक बनाती है, जिसका इस्तेमाल अक्सर फैशन, ट्रेडिशनल टेक्सटाइल, टेक्निकल टेक्सटाइल, घर सजाने और इंटीरियर डिजाइनिंग जैसे इंडस्ट्रीज में आगे की प्रोसेसिंग (रंगाई और छपाई सहित) के लिए किया जाता है। इसके साथ ही कंपनी पॉलिएस्टर टेक्सचर्ड यार्न भी बनाती है, जो ग्रे फैब्रिक के प्रोडक्शन में इस्तेमाल होने वाला रॉ मटेरियल है।
Borana Weaves का फाइनेंशियल
बोराना फैमिली के स्वामित्व वाली इस कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 में 23.6 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है, जो पिछले वित्त वर्ष में 16.3 करोड़ रुपये था। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 135.4 करोड़ रुपये से बढ़कर 199 करोड़ रुपये हो गया है। सितंबर 2024 को समाप्त छह महीने की अवधि में मुनाफा 17.9 करोड़ रुपये और रेवेन्यू 133 करोड़ रुपये रहा। कंपनी के इक्विटी शेयरों को BSE और NSE में लिस्ट करने का प्रस्ताव है। पब्लिक इश्यू के लिए एकमात्र मर्चेंट बैंकर बीलाइन कैपिटल एडवाइजर्स है, जबकि KFIN टेक्नोलॉजीज इसका रजिस्ट्रार है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।