Capillary Tech GMP: लॉयल्टी और एंगेजमेंट सर्विसेज देने वाली कैपिलरी टेक के ₹877 करोड़ के आईपीओ के तहत अलॉटमेंट फाइनल हो चुका है। अब इसकी लिस्टिंग का इंतजार है। इसके आईपीओ को निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल इसे 52 गुना से अधिक बोली मिली थी। इसके आईपीओ के तहत ₹577 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। हालांकि एंप्लॉयीज को हर शेयर ₹52.00 के डिस्काउंट पर मिला है। अब लिस्टिंग की बात करें तो घरेलू स्टॉक मार्केट में इसकी कल यानी 21 नवंबर को एंट्री होनी है। ग्रे मार्केट में बात करें तो इसकी GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) ₹58 है यानी कि 10% का लिस्टिंग गेन मिल सकता है। हालांकि एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और लिस्टिंग के दिन बाजार के माहौल से लिस्टिंग गेन तय होता है।
Capillary Tech IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
कैपिलरी टेक का ₹877.70 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 14-18 नवंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 52.98 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 57.30 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 69.85 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 15.85 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 6.88 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत ₹345.20 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹2 की फेस वैल्यू वाले 92,28,796 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹143.00 करोड़ क्लाउंड इंफ्रा, ₹71.58 करोड़ आरएंडडी, ₹10.34 करोड़ कंप्यूटर सिस्टम की खरीदारी और बाकी पैसे अधिग्रहण और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Capillary Tech के बारे में
वर्ष 2008 में बनी कैपिलरी टेक एक दिग्गज सॉफ्टवेयर-ऐज-अ-सर्विस (SaaS) कंपनी है जो कस्टमर लॉयल्टी और एंगेजमेंट सॉल्यूशंस ऑफर करती है। यह 30 से अधिक देशों में टाटा (Tata), डोमिनोज (Domino’s), जॉकी (Jockey), प्यूमा (PUMA), और शेल (Shell) समेत 250 से अधिक ब्रांड्स को सर्विसेज देती है। यह मुख्य रूप से सब्सक्रिप्शन-बेस्ड एसएएएस मॉडल पर काम करती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है।
वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹88.56 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में घटकर ₹68.35 करोड़ रह गया और फिर अगले ही वित्त वर्ष 2025 में यह ₹14.15 करोड़ के शुद्ध मुनाफे में आ गई। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 51% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹611.87 करोड़ पर पहुंच गई। चालू वित्त वर्ष 2026 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2025 में कंपनी को ₹1.03 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹362.56 करोड़ की टोटल इनकम हासिल हो चुकी है। सितंबर 2025 तिमाही के आखिरी में कंपनी पर ₹88.94 करोड़ का टोटल कर्ज था जबकि रिजर्व और सरप्लस में ₹149.34 करोड़ पड़े थे।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।