Captain Fresh IPO: B2B सीफूड सप्लाई चेन स्टार्टअप कैप्टन फ्रेश शेयर बाजार में लिस्ट होने की तैयारी में है। IPO के लिए इसने कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास कॉन्फिडेंशियल रूट से डॉक्युमेंट जमा कर दिए हैं। कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग रूट कंपनियों को लिस्टिंग पर अंतिम फैसले पर पहुंचने तक गोपनीयता की सुविधा देता है। अगर जरूरी हो तो वे बाद में बाजार की स्थितियों के आधार पर महत्वपूर्ण जानकारी का खुलासा किए बिना ड्राफ्ट को वापस भी ले सकती हैं।
कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग, कंपनियों को सेंसिटिव बिजनेस डिटेल्स या फाइनेंशियल मेट्रिक्स और रिस्क्स को गोपनीय रखने की इजाजत देती है, खासकर कॉम्पिटीटर्स से। दूसरी ओर स्टैंडर्ड DRHP (ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस) फाइलिंग के बाद एक पब्लिक डॉक्युमेंट बन जाता है।
कैप्टन फ्रेश की शुरुआत साल 2019 में हुई थी। यह स्टार्टअप मछुआरों और एक्वाकल्चर फार्मर्स को सीधे रिटेलर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स से जोड़ता है। कैप्टन फ्रेश, जुलाई में एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी बनी थी। साथ ही इसने अपने बोर्ड में 3 इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स- दुर्गेश कुमार सिंह, अनिल बेरारा और हरिता गुप्ता को भी शामिल किया।
IPO में नए शेयरों के साथ-साथ OFS भी
कैप्टन फ्रेश ने इन्फीफ्रेश फूड्स लिमिटेड के नाम से एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी के तौर पर खुद को रीक्लासिफाई किया है। CNBC-TV की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि कंपनी अपने IPO में नए शेयर जारी करके 1700 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। IPO में मौजूदा शेयरहोल्डर्स की ओर से ऑफर फॉर सेल (OFS) भी रहेगा। पब्लिक इश्यू का कुल साइज लगभग 40 करोड़ डॉलर आंका गया है। नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के लिए किया जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि वित्त वर्ष 2025 में कैप्टन फ्रेश ने 3200 करोड़ रुपये का रेवेन्यू, 120 करोड़ रुपये का EBITDA और 40 करोड़ रुपये का शुद्ध फुनाफा कमाया। कैप्टन फ्रेश का 98 प्रतिशत से अधिक रेवेन्यू अब अमेरिका, यूरोप, मिडिल ईस्ट और चीन जैसे विदेशी बाजारों से आता है।
अब तक 20 करोड़ डॉलर से अधिक जुटाए
कैप्टन फ्रेश ने अब तक 20 करोड़ डॉलर से अधिक जुटाए हैं। जनवरी 2025 में एक प्री-IPO राउंड हुआ था। इसमें प्रोसस, एक्सेल और टाइगर ग्लोबल जैसे निवेशकों से 3 करोड़ डॉलर हासिल हुए। प्री-IPO राउंड में स्विगी के को-फाउंडर श्रीहर्ष मजेटी, सोना कॉमस्टार के चेयरमैन संजय कपूर और इंडिया इक्विटी पार्टनर्स के सिड खन्ना जैसे घरेलू निवेशकों ने भी हिस्सा लिया था।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।