नई दिल्ली की कंपनी क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन अपना IPO ला रही है। कंपनी ने SEBI के पास ड्राफ्ट पेपर जमा कर दिए हैं। 1994 में बनी क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन एग्रोकेमिकल्स और बीज बेचती है। IPO में नए शेयर जारी करके 600 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी है। साथ ही प्रमोटर और मौजूदा शेयरहोल्डर्स की ओर से ऑफर-फॉर-सेल (OFS) के जरिए 74.05 लाख शेयर बेचे जाएंगे। OFS में प्रमोटर अग्रवाल परिवार के अलावा, इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन और उसकी सहायक कंपनी IFC इमर्जिंग एशिया फंड भी शेयरों को बिक्री के लिए रखेंगे।
क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन में प्रमोटर्स की शेयरहोल्डिंग 86.69 प्रतिशत है। पब्लिक शेयरहोल्डर्स में इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन और IFC इमर्जिंग एशिया फंड के पास 8.48 प्रतिशत शेयर हैं। बाकी 4.83 प्रतिशत हिस्सेदारी क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन एंप्लॉयीज वेलफेयर ट्रस्ट के पास है। ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉसपेक्टस (DRHP) के अनुसार, कंपनी प्री-IPO प्लेसमेंट में 120 करोड़ रुपये जुटा सकती है।अगर ऐसा हुआ तो IPO में नए शेयरों के इश्यू का साइज कम हो जाएगा।
कंपनी वर्तमान में हरियाणा, गुजरात, जम्मू और कश्मीर में अपनी 4 मुख्य यूनिट्स के जरिए फॉर्मूलेशन प्रोडक्ट बनाती है। इसकी गुजरात और महाराष्ट्र में हर्बिसाइड्स, कीटनाशकों और फफूंदनाशकों के लिए दो टेक्निकल मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी भी हैं। गुजरात के झगड़िया में एक नया प्लांट लगाने का भी प्लान है। इसके अलावा क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन की हैदराबाद और बेंगलुरु में 3 बीज प्रोसेसिंग यूनिट हैं।
IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल
क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों में से 465.5 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज कम करने के लिए करेगी। सितंबर 2025 तक कंसोलिडेटेड बेसिस पर कंपनी पर कुल 1205 करोड़ रुपये की उधारी थी। बाकी फंड का इस्तेमाल इनऑर्गेनिक ग्रोथ और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन के लिस्टेड कॉम्पिटीटर्स में कावेरी सीड्स कंपनी, सुमितोमो केमिकल इंडिया, बायर क्रॉपसाइंस, रैलीस इंडिया और धानुका एग्रीटेक जैसे नाम शामिल हैं। IPO के लिए IIFL कैपिटल सर्विसेज, DAM कैपिटल एडवाइजर्स और मोतीलाल ओसवाल इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स, मर्चेंट बैंकर हैं।
Crystal Crop Protection की वित्तीय सेहत
कंपनी ने अप्रैल-सितंबर 2025 की अवधि में 1,978 करोड़ रुपये का रेवेन्यू और 153.5 करोड़ रुपये का प्रॉफिट दर्ज किया। वित्त वर्ष 2025 में प्रॉफिट 35.7 प्रतिशत बढ़कर 118.4 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह 87.2 करोड़ रुपये था। ऑपरेशंस से रेवेन्यू 20.6 प्रतिशत बढ़कर 2,690.5 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2024 में 2,229.9 करोड़ रुपये था।
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