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Divgi TorqTransfer Listing: वोलेटाइल मार्केट में शेयरों की सुस्त एंट्री, इश्यू प्राइस से भी नीचे फिसले भाव

Divgi TorqTransfer Systems IPO Listing: दिवगी का 412 करोड़ रुपये का आईपीओ 1 मार्च-3 मार्च तक खुला था। इस इश्यू को शानदार रिस्पांस मिला था और 5.44 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस इश्यू के तहत 180 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं और इसके जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल प्लांट के लिए इक्विपमेंट-मशीनरी खरीदने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा

अपडेटेड Mar 14, 2023 पर 10:15 AM
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Divgi के 412 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए 560-590 रुपये का प्राइस बैंड और 25 शेयरों का लॉट फिक्स किया गया था।
     
     
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    Todays L/H
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    Divgi TorqTransfer Systems Listing: ऑटो कंपोनेंट्स बनाने वाली कंपनी दिवगी टॉर्कट्रांसफर सिस्टम्स के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में फीकी एंट्री हुई। आईपीओ निवेशकों को इसके शेयर 590 रुपये के भाव पर जारी हुए थे और बीएसई पर यह 600 रुपये के भाव पर खुला यानी निवेशकों को महज 10 रुपये का लिस्टिंग गेन मिला। फिलहाल यह 567.05 रुपये पर है यानी निवेशक करीब चार फीसदी घाटे में हैं। इसके आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था और 544 फीसदी सब्सक्राइब हुआ था। आज मार्केट में सुस्ती छाई हुई है और BSE Sensex-Nifty50 में मामूली उतार-चढ़ाव है।

    Divgi के IPO को मिला था शानदार रिस्पांस

    दिवगी का 412 करोड़ रुपये का आईपीओ 1 मार्च-3 मार्च तक खुला था। इस इश्यू को शानदार रिस्पांस मिला था और 5.44 गुना सब्सक्राइब हुआ था। क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (QIB) का हिस्सा 7.83 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स (NII) का 1.40 गुना और खुदरा निवेशकों का 4.31 गुना सब्सक्राइब हुआ था।


    इस इश्यू के तहत 180 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं और इसके जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल प्लांट के लिए इक्विपमेंट-मशीनरी खरीदने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा। इश्यू के लिए 560-590 रुपये का प्राइस बैंड और 25 शेयरों का लॉट फिक्स किया गया था।

    कंपनी के बारे में डिटेल्स

    गाड़ियों के पार्ट्स बनाने वाली दिवगी टॉर्कट्रांसफर उन कुछ कंपनियों में शुमार है जिसके पास सिस्टम लेवल के ट्रांसफर केसेज, टॉर्क कपलर और डुएल-क्लच ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन सॉल्यूशंस को डेवलप करने और प्रोवाइड करने की क्षमता है। टॉर्क कपलर बनाने के मामले में तो यह देश की इकलौती कंपनी है। इसके अलावा यह ट्रांसफर केसेज की इकलौती निर्यातक भी है।

    कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो इसका प्रॉफिट लगातार बढ़ा है। वित्त वर्ष 2020 में इसे 28.04 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2021 में बढ़कर 38.04 करोड़ रुपये और फिर अगले वित्त वर्ष 2022 में 46.15 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2022-23 की बात करें तो शुरुआती छह महीने अप्रैल-सितंबर 2022 में इसे 25.66 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हासिल हुआ है।

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