Fedbank Financial Services IPO: नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज (Fedbank Financial Services) के आईपीओ के लिए प्राइस बैंड फिक्स हो चुका है। इसका 1092 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए अगले हफ्ते 22 नवंबर को खुलेगा। एंकर निवेशकों के लिए यह 21 नवंबर को खुलेगा। इसमें 133-140 रुपये के प्राइस बैंड में बोली लगा सकेंगे। अब ग्रे मार्केट में बात करें तो इसके शेयर आईपीओ के प्राइस बैंड से 13 रुपये यानी 9.29 फीसदी की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल्स के आधार पर निवेश से जुड़ा फैसला लेना चाहिए। मार्केट में पहले से लिस्टेड फेडरल बैंक (Federal Bank) इसकी प्रमोटर है।
Fedbank Financial Services IPO की डिटेल्स
फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज का 1092.26 करोड़ रुपये का आईपीओ 22 नवंबर से 24 नवंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। इसमें 133-140 रुपये के प्राइस बैंड और 107 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकेंगे। इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के लिए 15 फीसदी और खुदरा निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा आरक्षित है। आईपीओ की सफलता के बाद शेयरों का अलॉटमेंट 30 नवंबर को फाइनल होगा और बीएसई-एनएसई पर 5 दिसंबर को एंट्री होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम है।
आईपीओ के तहत 600 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 3,51,61,723 शेयरों की ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के तहत बिक्री होगी। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी टियर-1 कैपिटल बेस को बढ़ाने और इश्यू से जुड़े खर्चों को भरने में करेगी।
Fedbank Financial Services की डिटेल्स
फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज गोल्ड लोन, होम लोन, प्रॉपर्टी गिरवी रखकर लोन और बिजनेस लोन सर्विसेज मुहैया कराता है। यह एक NBFC है जिसके अधिकतर ग्राहक MSME और स्वरोजगार करने वाले लोग हैं। मार्च तक के आंकड़ों के हिसाब से देश के 16 राज्यों और यूनियन टेरिटरीज के 191 जिलों में इसके 575 ब्रांच हैं। सबसे दमदार मौजूदगी आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और राजस्थान में है। इसके वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हो रहा है। वित्त वर्ष 2021 में इसे 61.68 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 103.46 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 180.13 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू भी लगातार आगे बढ़ा है। वित्त वर्ष 2021 में इसका रेवेन्यू 697.57 करोड़ रुपये था जो वित्त वर्ष 2022 में बढ़कर 883.64 करोड़ रुपये और फिर वित्त वर्ष 2023 में 1,214.68 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।