Capital Infra Trust Invit IPO: इस साल के पहले इंफ्रा इंवेस्टमेंट ट्रस्ट के लिस्टिंग की तैयारी शुरू हो चुकी है। कैपिटल इंफ्रा ट्रस्ट इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट ट्रस्ट (InvIT) ने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड फिक्स कर दिया है। सब्सक्रिप्शन के लिए यह इश्यू अगले हफ्ते 7 जनवरी को खुलेगा। बता दें कि यह इश्यू खुदरा निवेशकों यानी कि 2 लाख रुपये से कम के निवेश के लिए नहीं है। सफलतापूर्व बिडिंग के बाद इसके यूनिट्स की बीएसई और एनएसई पर एंट्री होगी। यह आईपीओ 1,578.00 करोड़ रुपये का है जिसके तहत नए यूनिट्स जारी होंगे और मौजूदा शेयरहोल्डर्स ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिए अपनी हिस्सेदारी भी हल्की करेंगे।
Capital Infra Trust Invit IPO की डिटेल्स
कैपिटल इंफ्रा ट्रस्ट के ₹1,578.00 करोड़ के आईपीओ में ₹99-₹100 के प्राइस बैंड और 150 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकेंगे। यह इश्यू 7 जनवरी को खुलेगा और 9 जनवरी को बंद होगा। इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित है और 25 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के लिए आरक्षित है। आईपीओ के तहत यूनिट्स का अलॉटमेंट 10 जनवरी को फाइनल होगा। फिर बीएसई और एनएसई पर 14 जनवरी को एंट्री होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार केफिन टेक है।
इस आईपीओ के तहत 1077 करोड़ रुपये के नए यूनिट्स जारी होंगे। इसके अलावा 10.77 करोड़ यूनिट्स की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री होगी। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो यूनिट्स बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए यूनिट्स के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कैपिटल इंफ्रा ट्रस्ट प्रोजेक्ट एसपीवी को लोन हल्का करने के लिए लोन के रूप में देने में करेगी
Capital Infra Trust Invit के बारे में
सितंबर 2023 में बनी कैपिटल इंफ्रा ट्रस्ट एक इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट ट्रस्ट है जिसकी स्पांस गवार कंस्ट्रक्शन लिमिटेड है। यह एनएचएआई, एमओआरटीएच, एमएमआरडीए और सीपीडब्ल्यूडी समेत कई गवर्नमेंट बॉडी के लिए 19 राज्यों में सड़क और हाईवे प्रोजेक्ट्स पर काम करती है। दिसंबर 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक स्पांसर कंपनी के पोर्टफोलियो में NHAI के साथ हाइब्रिड एन्यूटी मोड में 26 सड़क प्रोजेक्ट्स हैं जिनमें से 11 पूरी हो चुकी हैं।
इसके वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसे 125.56 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 497.19 करोड़ रुपये पर पहुंच गया लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2024 में यह गिरकर 125.77 करोड़ रुपये पर आ गया। इस दौरान रेवेन्यू में भी उठा-पटक रही। वित्त वर्ष 2022 में इसे 1,981.42 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हुआ था जो वित्त वर्ष 2023 में बढ़कर 2,518.92 करोड़ रुपये पर पहुंचा लेकिन फिर अगले वित्त वर्ष 2024 में गिरकर यह 1,543.51 करोड़ रुपये पर आ गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 में इसे 115.43 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 792.27 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।