Fusion Micro Finance Listing: नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस की घरेलू मार्केट में लिस्टिंग ने आज आईपीओ निवेशकों को निराश किया। Fusion Micro Finance के शेयर पॉजिटिव मार्केट सेंटिमेंट में भी 2.3 फीसदी डिस्काउंट पर लिस्ट हुए। इसके शेयर 368 रुपये के भाव (Fusion Micro Finance Share Price) पर लिस्ट हुए हैं। बीएसई पर इसके शेयर 360.50 रुपये और एनएसई पर 359.50 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहे हैं। 1104 करोड़ रुपये का यह यह इश्यू सब्सक्रिप्शन के लिए 2-4 नवंबर के बीच खुला था और 2.95 गुना सब्सक्राइब हुआ था। बाजार नियामक सेबी के पास जमा आरएचपी (रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस) के मुताबिक नए शेयरों को जारी कर जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कैपिटल बेस बढ़ाने में करेगी।
Fusion Micro Finance IPO पर कैसा रहा रिस्पांस
1104 करोड़ रुपये का आईपीओ 2-4 नवंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ के लिए 350-368 रुपये का प्राइस बैंड और 40 शेयरों का लॉट साइज फिक्स किया गया था। यह इश्यू ओवरऑल 2.95 गुना सब्सक्राइब हुआ था लेकिन खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा पूरा सब्सक्राइब नहीं हो सका। खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा 0.51 गुना सब्सक्राइब हुआ था जबकि क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (QIB) का 8.59 गुना और नॉन-इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (NII) का 1.38 गुना।
कंपनी के बारे में डिटेल्स
फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस गांवों और नगरों में कमजोर महिलाओं को वित्तीय सेवाएं मुहैया कराती है। क्रिसिल के मुताबिक देश में सबसे तेजी से लोन पोर्टफोलियो बढ़ने के मामले में यह चौथे स्थान पर है। वित्त वर्ष 2017 से वित्त वर्ष 2021 के बीच इसका ग्रॉस लोन पोर्टफोलियो औसतन सालाना 54 फीसदी की दर से बढ़ा है।
स्टॉक को लेकर एनालिस्ट्स पॉजिटिव नहीं
फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस को लेकर एनालिस्ट्स बुलिश नहीं हैं। आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के इक्विटी रिसर्च हेड नरेंद्र सोलंकी के मुताबिक इसका अधिकतम रेवेन्यू सिर्फ कुछ राज्यों-बिहार, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, मध्य प्रदेश, तमिल नाडु, पंजाब और राजस्थान से आता है। सोलंकी के मुताबिक इसके कारोबार में इंटेरेस्ट रेट रिस्क, डेट-टू-इक्विटी रेशियो जुड़ा हुआ है।
एनालिस्ट्स के मुताबिक कंपनी का रिटर्न रेशियो दबाव में रहा है और अधिक क्रेडिट कॉस्ट के चलते वित्त वर्ष 2021-22 के बीच औसतन आरओई 2.6 फीसदी रहा। च्वाइस ब्रोकिंग के रिसर्च एनालिस्ट सतीश कुमार के मुताबिक क्रेडिट कॉस्ट में उम्मीद के विपरीत झटका लगता है तो इसका असर रिटर्न रेशियो पर भारी असर दिख सकता है। ऐसे में सतीश ने निवेशकों को मुनाफा होने की स्थिति में शेयर बेचने की सलाह दी है।
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