HDB Financial IPO: एचडीबी फाइनेंशियल 1 जुलाई 2028 तक ही HDFC Bank ब्रांड का इस्तेमाल कर सकेगी, जानिए क्या है मामला

एचडीबी फाइनेंशियल ने कहा है कि अगर एचडीएफसी बैंक लोगो का इस्तेमाल करने का हमारा अधिकार रद्द होता है या एचडीएफसी बैंक ब्रांड की प्रतिष्ठा को किसी तरह का इस्तेमाल पहुंचता है तो इसका हमारे ब्रांड रिकॉग्निशन, बिजनेस, फाइनेंशियल कंडिशन और ऑपरेशंस के रिजल्ट्स पर भी खराब असर पड़ेगा

अपडेटेड Jun 24, 2025 पर 5:14 PM
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एचडीबी फाइनेंशियल मे एचडीएफसी बैंक ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए अपनी हिस्सदारी 94.6 फीसदी से घटाकर करीब 74 फीसदी करने जा रहा है।

एचडीएफसी बैंक ब्रांड का इस्तेमाल करने का एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज का राइट एक दिन एक्सपायर कर सकता है। इसकी वजह यह है कि यह एनबीएफसी एक ट्रेडमार्क लाइसेंस एग्रीमेंट के तहत बिजनेस कर रही है। इस एग्रीमेंट के तहत एचडीबी फाइनेंशियल एचडीएफसी बैंक ब्रांड का इस्तेमाल कर सकती है। एग्रीमेंट के तहत एचडीबी फाइनेंशियल बैंक के नाम और लोगों का इस्तेमाल 1 जुलाई, 2028 तक या उस तारीख तक कर सकती है जिस तारीख तक बैंक की सब्सिडियरी बनी रहेगी। इनमें से जो पहले होगा उसे लागू माना जाएगा।

एग्रीमेंट पर पिछले साल हुए थे हस्ताक्षर

HDB Financial के ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्ट्स के मुताबिक, इस एग्रीमेंट पर 19 दिसंबर, 2023 को हस्ताक्षर हुए थे। यह टाइम-बाउंड और रिवोकेबल दोनों है। एनबीएफसी के डीआरएचपी के मुताबिक, HDFC Bank के पास तीन महीने के नोटिस के साथ या कुछ खास स्थितियों में लाइसेंस को खत्म करने का अधिकार है। यह कंडिशनल अरेंजमेंट एचडीबी के प्रॉस्पेक्टस में सबसे बड़े रिस्क के रूप में सामने आया है।


लाइसेंस के टर्मिनेशन के बाद नाम बदल सकती है एचडीबी फाइनेंशियल

एचडीबी फाइनेंशियल ने कहा है कि अगर एचडीएफसी बैंक लोगो का इस्तेमाल करने का हमारा अधिकार रद्द होता है या एचडीएफसी बैंक ब्रांड की प्रतिष्ठा को किसी तरह का इस्तेमाल पहुंचता है तो इसका हमारे ब्रांड रिकॉग्निशन, बिजनेस, फाइनेंशियल कंडिशन और ऑपरेशंस के रिजल्ट्स पर भी खराब असर पड़ेगा। डीआरएचपी में कहा गया है कि लाइसेंस के टर्मिनेशन की स्थिति में एचडीबी फाइनेंशियल अपना कानूनी नाम या कॉर्पोरेट ब्रांडिंग रेगुलेटरी एप्रूवल के बाद बदल सकती है।

एचडीबी फाइनेंशियल में हिस्सेदारी घटा रहा है HDFC Bank

एचडीबी फाइनेंशियल ने आईपीओ के लिए अपनी जो वैल्यूएशन रखी है, वह मार्केट के अनुमान से कम है। यह लाइसेंसिंग एग्रीमेंट इस बात को ध्यान में रखने पर और अहम हो जाता है कि एचडीबी फाइनेंशियल मे एचडीएफसी बैंक ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए अपनी हिस्सदारी 94.6 फीसदी से घटाकर करीब 74 फीसदी करने जा रहा है। एचडीएफसी बैंक RBI के उस नियम के मुताबिक ऐसा कर रहा है, जिसमें कहा गया है कि किसी एनबीएफसी में किसी बैंक की हिस्सेदारी तय सीमा से ज्यादा नहीं हो सकती।

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25 जून को आएगा एचडीबी फाइनेंशियल का IPO

एचडीबी फाइनेंशियल ने सेबी को जो डीआरएचपी सौंपा है, उसमें कहा गया है कि अभी एचडीबी फाइनेंशियल को HDFC Bank से अपने संबंध की वजह से कम कॉस्ट पर फंड मिलता है और बढ़ी हुई क्रेडिट प्रोफाइल का फायदा भी मिलता है। डीआरएचपी में यह भी कहा गया है कि यह सपोर्ट एचडीबी फाइनेंशियल में एचडीएफसी बैंक की हिस्सेदारी घटने के बाद कम हो सकता है। एचडीबी फाइनेंशियल का आईपीओ 25 जून को ओपन होगा।

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