HDB Financial Services IPO: प्राइवेट सेक्टर के HDFC Bank की सब्सिडियरी HDB फाइनेंशियल सर्विसेज ने अपने IPO के लिए 4 इनवेस्टमेंट बैंकों को सलाहकार के तौर पर चुना है। ये बैंक जेफरीज, जेएम फाइनेंशियल, मॉर्गन स्टेनली और नोमुरा हैं। इस मामले से जुड़े लोगों ने मनीकंट्रोल को यह जानकारी दी है। सोर्सेज में से एक ने कहा कि अगर जरूरी हुआ तो बाद में और भी इनवेस्टमेंट बैंक जोड़े जा सकते हैं। यह भी पता चला है कि HDB फाइनेंशियल सर्विसेज ने सिरिल अमरचंद मंगलदास को कंपनी काउंसिल चुना है।
शुरुआती बैठक में कंपनी ने प्रमुख योजनाओं और IPO के लिए रोडमैप के साथ-साथ सलाहकारों की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों पर चर्चा की। एक दूसरे सोर्स का कहना है कि अभी IPO के आकार और वैल्यूएशन को अंतिम रूप नहीं दिया गया है। 4 सितंबर, 2024 को मनीकंट्रोल ने बताया कि HDB फाइनेंशियल सर्विसेज इस इश्यू के लिए बैंकरों को शॉर्टलिस्ट करने की प्रक्रिया में है। रिपोर्ट में कहा गया था कि फर्म अगले मार्च तक 9 अरब डॉलर से अधिक की वैल्यूएशन पर लिस्टिंग का लक्ष्य बना रही है।
अपर लेयर NBFC है HDB Financial Services
अक्टूबर 2022 में RBI की ओर से जारी सर्कुलर के अनुसार HDB फाइनेंशियल सर्विसेज एक अपर लेयर NBFC है। RBI के नियमों के मुताबिक, सभी अपर लेयर NBFC को इस कैटेगरी में नोटिफाई होने के 3 साल के अंदर यानी सितंबर 2025 तक लिस्ट होना जरूरी है। बजाज हाउसिंग फाइनेंस भी इसी कैटेगरी में आती है और उसका IPO 9 सितंबर को खुलने वाला है।
HDFC बैंक के पास 94.64 प्रतिशत हिस्सेदारी
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज दो बिजनेस वर्टिकल्स- लेंडिंग और BPO में काम करने वाली एक प्रमुख NBFC है। कंपनी में HDFC बैंक के पास 94.64 प्रतिशत हिस्सेदारी है। HDB फाइनेंशियल सर्विसेज की वेबसाइट के अनुसार, फर्म की 27 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों में 1680 से अधिक शाखाएं हैं। वित्त वर्ष 2023-24 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, फर्म ने 14,171 करोड़ रुपये का रेवेन्यू, 2,461 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 90,235 करोड़ रुपये का एयूएम (Assets under Management) दर्ज किया।