Zepto IPO: क्विक कॉमर्स स्टार्टअप जेप्टो ने अपने IPO के लिए सलाहकार के तौर पर गोल्डमैन सैक्स, मॉर्गन स्टेनली और एक्सिस कैपिटल जैसे इनवेस्टमेंट बैंकों को चुना है। जेप्टो का IPO 2025 की दूसरी छमाही में लॉन्च होने वाला है। यह बात मनीकंट्रोल को मामले की जानकारी रखने वाले लोगों से पता चली है। जेप्टो ने लगभग 60 दिनों की अवधि में दो फंडिंग राउंड में 1 अरब डॉलर की फंडिंग जुटाई है। इनवेस्टमेंट बैंकर और जेप्टो अभी भी कंपनी के IPO के लिए वैल्यूएशन पर काम कर रहे हैं।
जेप्टो को 30 अगस्त को मिली आखिरी फंडिंग 34 करोड़ डॉलर की थी। इसके बाद इसकी वैल्यूएशन 5 अरब डॉलर हो गई थी। सोर्सेज में से एक ने कहा, "जेप्टो अगले साल की दूसरी छमाही में, अगस्त 2025 के आसपास किसी समय लिस्ट होने की योजना बना रहा है।" जेप्टो की प्रतिद्वंद्वी स्विगी का आने वाले दिनों में IPO के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल करने का प्लान है।
नए शेयरों से जुटाए जा सकते हैं 45-50 करोड़ डॉलर
मामले की जानकारी रखने वाले दूसरे व्यक्ति ने कहा कि जेप्टो अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर 45-50 करोड़ डॉलर जुटाने का लक्ष्य रखेगी। ऑफर फॉर सेल (OFS) हिस्सा अभी भी अस्पष्ट है और इस पर बाद में फैसला लिया जाएगा। जेप्टो का हेडक्वार्टर वर्तमान में सिंगापुर में है। लेकिन यह अपना बेस वापस भारत में लाने की प्रक्रिया में है। भारतीय शेयर बाजारों में लिस्ट होने के लिए ऐसा करना जरूरी है।
Zepto के प्रतिद्वंदियों में Zomato की Blinkit, Swiggy Instamart, Tata की BigBasket, Flipkart Minutes आदि शामिल हैं। निवेशकों ने उन टेक कंपनियों को रिवॉर्ड देना शुरू कर दिया है, जिन्होंने मुनाफे के साथ बढ़ने की क्षमता दिखाई है। इसलिए अब न्यू-एज कंपनियों की संख्या बढ़ रही है। ओला इलेक्ट्रिक, फर्स्टक्राई, इक्सिगो और कई अन्य कंपनियां पिछले कुछ महीनों में शेयर बाजार में लिस्ट हो चुकी हैं। कई अन्य कंपनियां IPO के लिए कतार में हैं।