Hexaware Technologies IPO: आईटी कंपनी हेक्सावेयर टेक्नोलोजिज 9,950 करोड़ रुपये का IPO लेकर आ रही है। इसके लिए कंपनी ने कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी को ड्राफ्ट पेपर जमा कर दिए हैं। यह भारत के आईटी सर्विसेज और एंटरप्राइज टेक सेगमेंट में अब तक का सबसे बड़ा IPO होगा। अभी तक भारतीय आईटी सेक्टर में सबसे बड़ा 4,713 करोड़ रुपये का आईपीओ साल 2002 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज यानि टीसीएस का रहा था। हेक्सावेयर का मालिकाना हक अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी फर्म कार्लाइल (Carlyle) के पास है।
ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉसपेक्टस (DRHP) के मुताबिक, IPO में केवल ऑफर फॉर सेल (OFS) रहेगा, जिसमें कार्लाइल शेयरों की बिक्री करेगी। इस साल मई में मनीकंट्रोल ने रिपोर्ट दी थी कि हेक्सावेयर टेक्नोलोजिज ने अपने IPO के लिए 5 इनवेस्टमेंट बैंकों- कोटक महिंद्रा कैपिटल, सिटी, जेपी मॉर्गन, HSBC सिक्योरिटीज और IIFL कैपिटल को एडवायजर के तौर पर चुना है। रिपोर्ट में कहा गया था कि कंपनी 5-6 अरब डॉलर के बीच वैल्यूएशन को टारगेट कर सकती है।
22 साल बाद शेयर बाजार में वापसी कर रही है Hexaware Technologies
कार्लाइल ने 2021 में बैरिंग प्राइवेट इक्विटी एशिया (अब EQT) से लगभग 3 अरब डॉलर में हेक्सावेयर टेक्नोलोजिज को खरीदा था। कंपनी की 22 वर्षों के बाद घरेलू शेयर बाजारों में वापसी हो रही है। एनएसई डेटा के अनुसार, कंपनी पहली बार 14 जून 2002 में लिस्ट हुई थी। पहले प्रमोटर बैरिंग प्राइवेट इक्विटी एशिया ने 2020 में इसे डीलिस्ट कर दिया था।
कार्लाइल के पास 95.03% हिस्सेदारी
हेक्सावेयर टेक्नोलोजिज एक ग्लोबल टेक्नोलॉजी और बिजनेस प्रोसेस सर्विसेज कंपनी है। इसके दुनिया भर में 19 से अधिक देशों में 61 ऑफिस हैं। कंपनी की वर्कफोर्स 31,000 लोगों की है और 370 से अधिक क्लाइंट हैं। इसकी वेबसाइट के अनुसार, फर्म ने सालाना 1.3 अरब डॉलर का रेवेन्यू हासिल किया है। कार्लाइल के पास हेक्सावेयर टेक्नोलोजिज में 95.03 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कंपनी का कोर आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस (AI) है।
हेक्सावेयर अपने कारोबार को 6 ऑपरेटिंग सेगमेंट्स के माध्यम से मैनेज करती है, जो उन इंडस्ट्रीज पर बेस्ड हैं जिन्हें कंपनी सर्विसेज देती है। ये इंडस्ट्री हैं: फाइनेंशियल सर्विसज, हेल्थकेयर और इंश्योरेंस, मैन्युफैक्चरिंग और कंज्यूमर, हाई-टेक और प्रोफेशनल सर्विसेज, बैंकिंग, ट्रैवल और ट्रांसपोर्टेशन। कंपनी की पेशकशों में 5 ब्रॉड सर्विसेज शामिल हैं: डिजाइन और निर्माण, सिक्योर एंड रन, डेटा और AI, ऑप्टिमाइज, और क्लाउड सर्विसेज। ये कंपनी की पेशकशों का आधार बनती हैं।