Hyundai Motor India IPO: लंबे समय से जिस आईपीओ का इंतजार हो रहा था, वह अब खत्म होने वाला है। हुंडई मोटर इंडिया के आईपीओ का प्राइस बैंड फिक्स हो चुका है। देश के इस सबसे बड़े आईपीओ के लिए 1865-1965 रुपये का प्राइस बैंड में पैसे लगा सकेंगे। 27,870.16 करोड़ रुपये के इस आईपीओ के तहत कोई नया शेयर नहीं जारी होगा। अब ग्रे मार्केट में बात करें तो आईपीओ के अपर प्राइस बैंड से इसके शेयर 147 रुपये यानी 7.5 फीसदी की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी की कारोबारी सेहत के हिसाब से आईपीओ में निवेश से जुड़े फैसले लेने चाहिए।
Hyundai Motor IPO की डिटेल्स
हुंडई मोटर का ₹27,870.16 करोड़ के आईपीओ में ₹1865-₹1960 के प्राइस बैंड और 7 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकेंगे। एंप्लॉयीज को हर शेयर पर 186 रुपये का डिस्काउंट मिलेगा। सब्सक्रिप्शन के लिए यह इश्यू 15-17 अक्टूबर के बीच खुलेगा। एंकर निवेशकों के लिए यह इश्यू 14 अक्टूबर को खुलेगा जिनके लिए 8,315.28 करोड़ रुपये के शेयर आरक्षित हैं। इश्यू क 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 18 अक्टूबर को फाइनल होगा। फिर BSE और NSE पर 22 अक्टूबर को एंट्री होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार केफिन टेक है।
इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 14,21,94,700 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत जारी होंगे और ये शेयर इसकी पैरैंट कंपनी बेचेगी। ये शेयर कंपनी की 17.5 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर हैं। चूंकि यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल का है तो इस इश्यू का कोई भी पैसा हुंडई मोटर इंडिया को नहीं बल्कि शेयर बेचने वाली पैरेंट कंपनी को मिलेगा।
Hyundai Motor India के बारे में
हुंडई मोटर इंडिया देश की दूसरी सबसे बड़ी OEM (ओरिजिनिल इक्विपमेंट मेकर) और यात्री गाड़ियों की दूसरी सबसे बड़ी निर्यातक है। घरेलू मार्केट में इसकी 14.6 फीसदी हिस्सेदारी है। सितंबर महीने में इसने 64,201 गाड़ियां बेचीं जो सालाना आधार पर 10 फीसदी कम रही। इस साल 2024 में अब तक कंपनी ने 5.77 लाख गाड़ियां बेचीं जो सालाना आधार पर लगभग फ्लैट है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसे 29.02 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 47.09 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2024 में 60.60 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 14 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 713.02 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में इसे 14.90 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 175.68 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।