Indiqube Spaces IPO: 23 जुलाई को खुल रहा है ₹700 करोड़ का इश्यू, वेस्टब्रिज कैपिटल का भी लगा है पैसा; कितने करोड़ के नए शेयर

Indiqube Spaces IPO के लिए ICICI Securities और JM Financial बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं। IPO में 75 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए और 10 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के​ लिए रिजर्व है

अपडेटेड Jul 18, 2025 पर 12:04 AM
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Indiqube Spaces IPO 25 जुलाई को बंद होगा। इसके बाद अलॉटमेंट 28 जुलाई को फाइनल होगा।

Indiqube Spaces IPO: मैनेज्ड वर्कप्लेस सॉल्यूशन उपलब्ध कराने वाली इंडीक्यूब स्पेसेज का पब्लिक इश्यू 23 जुलाई को खुल रहा है। एंकर इनवेस्टर 22 जुलाई को बोली लगा सकेंगे। कंपनी ने 17 जुलाई को रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के पास इस इश्यू के लिए रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) फाइल किया। कंपनी के IPO के ड्राफ्ट को इस साल मार्च में कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी से मंजूरी मिली थी। कंपनी में 5.79 प्रतिशत हिस्सेदारी वेंचर कैपिटल फर्म वेस्टब्रिज कैपिटल की है। साथ ही 0.98 प्रतिशत हिस्सेदारी दिग्गज निवेशक आशीष गुप्ता के पास है। कंपनी के 15 शहरों में 115 सेंटर हैं।

इश्यू का साइज 700 करोड़ रुपये है। IPO में 650 करोड़ रुपये के नए शेयर रहेंगे। साथ ही प्रमोटर ऋषि दास और मेघना अग्रवाल की ओर से 50 करोड़ रुपये के शेयरों का ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) रहेगा। पहले इस इश्यू में 750 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होने की बात कही गई थी। लेकिन अब इश्यू के साइज को घटा दिया गया है। ओएफएस में वेस्टब्रिज कैपिटल शेयरों को बिक्री के​ लिए नहीं रखेगी।

शेयर कब होंगे लिस्ट


Indiqube Spaces IPO 25 जुलाई को बंद होगा। इसके बाद अलॉटमेंट 28 जुलाई को फाइनल होगा। शेयरों की लिस्टिंग बीएसई और एनएसई पर 30 जुलाई को होगी। IPO में 75 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए, 15 प्रतिशत हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए और 10 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के​ लिए रिजर्व है।

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IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल

बेंगलुरु की इंडिक्यूब स्पेसेज अपने IPO में नए शेयरों को जारी कर हासिल होने वाले पैसों का इस्तेमाल नए सेंटर्स शुरू करने के लिए पूंजीगत खर्च को लेकर, और कर्ज चुकाने के लिए करेगी। बाकी बचे पैसे सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए रहेंगे। कंपनी ने आरएचपी में कहा कि मई 2025 तक उस पर कुल 332 करोड़ रुपये की उधारी थी।

अभी तक इंडिक्यूब स्पेसेज की लिस्टेड कॉम्पिटीटर केवल ऑफिस स्पेस सॉल्यूशंस है। Awfis Space Solutions का 598.93 करोड़ रुपये का IPO 108.17 गुना भरा था। कंपनी BSE, NSE पर 30 मई 2024 को लिस्ट हुई थी।

वित्तीय स्थिति

कंपनी 769 क्लाइंट्स को सर्विस देती है। क्लाइंट्स में एनफेज, मिंत्रा, जीरोधा, नोब्रोकर, upGrad, सीमंस, जसपे, निंजाकार्ट जैसे नाम शामिल हैं। वित्त वर्ष 2024-25 में इंडिक्यूब स्पेसेज की कुल इनकम 1103 करोड़ रुपये रही। EBITDA 660 करोड़ रुपये और रहा। Indiqube Spaces IPO के लिए ICICI Securities और JM Financial बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं। रजिस्ट्रार MUFG इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (Link Intime) है।

Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।

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