IPO News: 9 सितंबर से शुरू हो रहे अगले कारोबारी हफ्ते आईपीओ मार्केट काफी गुलजार रहने वाला है। आईपीओ निवेशकों को 12 कंपनियों के 100 करोड़ डॉलर से अधिक यानी 8600 करोड़ रुपये के आईपीओ में पैसे लगाने का मौका मिलेगा। इन 12 में चार मेनबोर्ड के आईपीओ होंगे यानी कि इनके शेयर बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होंगे। वहीं आठ आईपीओ स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज (SMEs) के हैं। इसके अलावा कुछ और कंपनियों के भी आईपीओ आने हैं लेकिन वे कब खुलेंगे, इसके बारे में अभी खुलासा नहीं हुआ है।
मेनबोर्ड आईपीओ में इनका रहेगा इंतजार
मेनबोर्ड आईपीओ की बात करें तो चार कंपनियों के आईपीओ की भिड़ंत होने वाली है। अगले हफ्ते बजाज हाउसिंग फाइनेंस (Bajaj Housing Finance) का 6560 करोड़ रुपये का, टोलिन्स टायर्स (Tolins Tyres) का 230 करोड़ रुपये का, क्रोस (Kross) का 500 करोड़ रुपये का और पीएन गाडगिल ज्वैलर्स (P N Gadgil Jewellers) का 1100 करोड़ रुपये का आईपीओ खुलेगा। इसके अलावा वेस्टर्न कैरियर्स इंडिया का भी आईपीओ आना है, लेकिन यह कब आएगा, इसे लेकर कोई खुलासा नहीं हुआ है।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस, टोलिन्स टायर्स और क्रोस का आईपीओ 9 सितंबर को खुलेगा और 11 सितंबर को बंद होगा। वहीं पीएन गाडगिल ज्वैलर्स का आईपीओ 10 सितंबर को खुलेगा और 12 सितंबर को बंद होगा। अब ग्रे मार्केट में एक्टिविटी की बात करें तो इनके शेयरों की जीएमपी भी बढ़ रही है। बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयर आईपीओ के अपर प्राइस बैंड 70 रुपये से 51 रुपये यानी 73 फीसदी की जीएमपी पर हैं जबकि टोलिन्स टायर्स 12 फीसदी और पीएन गाडगिल ज्वैलर्स 73 फीसदी की जीएमपी पर हैं।
इन SME के आईपीओ में मिलेगा पैसा लगाने का मौका
अब एसएमई के आईपीओ की बात करें तो अगले कारोबारी हफ्ते चार एसएमई- गजानंद इंटरनेशनल (Gajanand International), शेयर समाधान (Share Samadhan), शुभश्री बॉयोफ्यूल्स एनर्जी (Shubhshree Biofuels Energy) और आदित्य अल्ट्रा स्टील (Aditya Ultra Steel) के आईपीओ 9 सितंबर को खुलेंगे और 11 सितंबर को बंद होंगे। इसके अलावा ट्राफिकसोल आईटीएस टेक (Trafiksol ITS Technologies) और एसपीपी पॉलीमर (SPP Polymer) के आईपीओ 10 सितंबर को खुलेंगे और 13 सितंबर को बंद होंगे। इनोमेंट एडवांस्ड मैटेरियल्स (Innomet Advanced Materials) और एक्सीलेंट वायर्स एंड पैकेजिंग (Excellent Wires & Packaging) के आईपीओ 11-13 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेंगे। इनमें से हर कंपनी के आईपीओ 12-45 करोड़ रुपये के बीच हैं।
विदेशी निवेशकों की IPO में बढ़ रही दिलचस्पी
सैम्को सिक्योरिटीज के प्रमुख (मार्केट पर्सपेक्टिव एंड रिसर्च) अपूर्व सेठ का कहना है कि लिस्टिंग पर तगड़े मुनाफे की उम्मीद में खुदरा निवेशक आईपीओ में ताबड़तोड़ पैसे लगा रहे हैं। मार्केट की रिकॉर्ड तेजी से सेंटिमेंट को सपोर्ट मिल रहा है। इसके अलावा देशी-विदेशी संस्थागत निवेशकों के पास काफी लिक्विडिटी है जिसने आईपीओ मार्केट को सपोर्ट किया है। इस कारण कंपनियां भी ताबड़तोड़ आईपीओ ला रही हैं और इसे निवेशकों का रिस्पांस भी तगड़ा मिल रहा है। पिछले महीने अगस्त में मेनबोर्ड आईपीओज की बात करें तो इन्हें औसतन 75 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था जबकि SME के आईपीओ को औसतन 290 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। जनवरी-अगस्त 2024 तक की बात करें को मेनबोर्ड आईपीओ औसतन 66 गुना और एसएमई आईपीओ 259 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ।
आईपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और खुदरा निवेशकों ने जमकर पैसे लगाए। NSDL के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने सेकंडरी मार्केट से खरीदारी से अधिक बिकवाली की है लेकिन प्राइमरी मार्केट में जमकर पैसे डाल रहे। NIIs ने अगस्त में प्राइमरी मार्केट यानी कि आईपीओज में करीब ₹12,872 करोड़ रुपये डाले और इस साल अगस्त तक की बात करें तो उन्होंने करीब ₹54,883 करोड़ रुपये आईपीओ में डाले।
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