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Jaro Education जुटाना चाहती है ₹600 करोड़, IPO लाने पर कर रही सोच-विचार

Jaro Education की शुरुआत 2009 में हुई थी। यह सेल्फ फंडेड है और अपनी शुरुआत से ही मुनाफा कमा रही है। फाउंडर संजय सालुंखे की कंपनी में लगभग 95 प्रतिशत हिस्सेदारी है। आईपीओ के पैसों का इस्तेमाल नए प्रोग्राम्स की मार्केटिंग, एक फ्रीमियम मॉडल एड करने और अन्य ऑपरेशनल खर्चों के लिए करने का इरादा है। कंपनी ने कई टॉप बिजनेस स्कूलों और विश्वविद्यालयों के साथ स्ट्रैटेजिक एफिलिएशंस किए हैं

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Feb 28, 2024 पर 1:59 PM
Jaro Education जुटाना चाहती है ₹600 करोड़, IPO लाने पर कर रही सोच-विचार
Jaro Education IPO में 330 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हो सकते हैं।

IPO लाने वालों की लिस्ट में हो सकता है कि जल्द ही Jaro Education का नाम भी शामिल हो जाए।ऑनलाइन कोर्स प्रोवाइडर जारो एजुकेशन बाजार से 600 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। इसके लिए कंपनी का प्लान IPO रूट अपनाने का है। अनुमान है कि जारो एजुकेशन, अगले महीने IPO पेपर्स फाइल कर सकती है। इस ऑफर में 330 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हो सकते हैं। साथ ही कंपनी के फाउंडर संजय सालुंखे की ओर से 270 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल आ सकता है। संजय सालुंखे की कंपनी में लगभग 95 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बाकी हिस्सेदारी कर्मचारियों के पास है।

मुंबई स्थित जारो एजुकेशन, IIM, IIT जैसे संस्थानों और टॉप यूनिवर्सिटीज के साथ कोलैबोरेट करती है। कंपनी का मकसद आईपीओ में नए शेयरों को जारी करके आने वाले पैसों का इस्तेमाल नए प्रोग्राम्स की मार्केटिंग, एक फ्रीमियम मॉडल एड करने और अन्य ऑपरेशनल खर्चों के लिए करना चाहती है।

वित्तीय तौर पर जारो एजुकेशन कितनी मजबूत

कंपनी ने IPO को मैनेज करने के लिए नुवामा वेल्थ, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज और सिस्टमैटिक्स को नियुक्त किया है। Jaro Education की शुरुआत 2009 में हुई थी। यह सेल्फ फंडेड है और अपनी शुरुआत से ही मुनाफा कमा रही है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का रेवेन्यू 47 प्रतिशत उछलकर 122 करोड़ रुपये रहा था। वहीं ऑपरेटिंग प्रॉफिट 37 प्रतिशत बढ़कर 26 करोड़ रुपये रहा था।

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