C2C Advanced Systems IPO: लिस्टिंग पर लटकी तलवार! अपने आईपीओ एप्लीकेशन को ऐसे ले सकते हैं वापस

C2C Advanced Systems IPO: सी2सी एडवांस्ड सिस्टम्स (पूर्व नाम सी2सी-डीबी सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड) स्वदेशी डिफेंस प्रोडक्ट्स के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। यह रियल टाइम में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और डेटा मुहैया कराती है। अब इसका आईपीओ आया है जिसके सब्सक्रिप्शन की आज लास्ट डेट थी लेकिन अब लिस्टिंग को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं

अपडेटेड Nov 26, 2024 पर 4:25 PM
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C2C Advanced Systems IPO: डिफेंस प्रोडक्ट्स इंडस्ट्री को सर्विसेज देने वाली सी2सी एडवांस्ड सिस्टम्स के शेयरों की अगले हफ्ते NSE SME पर लिस्टिंग है। हालांकि अब इसे लेकर अनिश्चितता बन गई है।

C2C Advanced Systems IPO: डिफेंस प्रोडक्ट्स इंडस्ट्री को सर्विसेज देने वाली सी2सी एडवांस्ड सिस्टम्स के शेयरों की अगले हफ्ते NSE SME पर लिस्टिंग है। हालांकि अब इसे लेकर अनिश्चितता बन गई है क्योंकि बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने कंपनी को स्वतंत्र ऑडिटर्स की नियुक्ति करने और स्वतंत्र फाइनेंशियल अकाउंट्स रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। इसका असर ग्रे मार्केट में इसकी सेहत पर दिख रहा है और GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) धड़ाम से गिर गया है। एप्लीकेशन वापस लेने का विंडो 28 नवंबर यानी गुरुवार को 3 बजे तक खुला रहेगा।

SEBI ने क्यों दिया ऐसा आदेश

सेबी ने कंपनी को आईपीओ बंद होने से पहले ही इसे शेयर अलॉटमेंट से पहले अपने एप्लीकेशन को वापस लेने का विंडो खोलने को कहा है ताकि एंकर निवेशक समेत जो बाकी निवेशक अपना पैसा अब निकालना चाहते हैं, वे निकाल सकें। सेबी ने कंपनी को स्वतंत्र ऑडिटर्स की नियुक्ति करने और स्वतंत्र फाइनेंशियल अकाउंट्स रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। सेबी ने यह इसलिए किया क्योंकि इसे एक निवेशक से शिकायत मिली थी जिसके चलते बाजार नियामक को स्वतंत्र ऑडिटर्स के नियुक्ति को कहना पड़ा।


ग्रे मार्केट में कितनी गिरी सेहत?

जब सी2स एडवांस्ड सिस्टम्स का आईपीओ खुला था तो इसके शेयर ग्रे मार्केट में आईपीओ के अपर प्राइस बैंड से 245 रुपये यानी 108.41 फीसदी की जीएमपी पर थे लेकिन अब यह टूटकर महज 100 रुपये यानी 44.25 फीसदी की जीएमपी पर आ गया है। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी की कारोबारी सेहत के हिसाब से आईपीओ में निवेश से जुड़े फैसले लेने चाहिए।

ऐसे वापस ले सकते हैं अपना आईपीओ एप्लीकेशन

अपने ब्रोकर या प्लेटफॉर्म से संपर्क करें, जहां से इसके लिए एप्लीकेशन डाला था।

इंटरमीडियरी इस मांग को स्वीकार कर एनएसई पर एप्लीकेशन को कैंसल कर देगा।

एक ट्रांजैक्शन रजिस्ट्रेशन स्लिप (TRS) मिलेगा जो बताएगा कि आईपीओ का एप्लीकेशन कैंसल हो चुका है।

एप्लीकेशन सपोर्ट बाय ब्लॉक्ड अमाउंट (ASBA) मैकेनिज्म के जरिए जो फंड ब्लॉक हुआ था, वह तुरंत अनब्लॉक हो जाएगा लेकिन अगर यूपीआई बेस्ड पेमेंट किया था पैसे वापस आने में दो से तीन वर्किंग डेज लग सकते हैं।

C2C Advanced Systems IPO में खुदरा निवेशकों ने खूब लगाए पैसे

सी2सी एडवांस्ड सिस्टम्स के ₹99.07 करोड़ के आईपीओ के लिए ₹214-₹226 का प्राइस बैंड और 600 शेयरों का लॉट फिक्स था। इसमें खुदरा निवेशकों ने खूब पैसे लगाए और उनके लिए आरक्षित हिस्सा 132.28 गुना भरा। क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 31.61 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 233.03 गुना भरा और ओवरऑल अब तक 125.11 गुना भरा है। अभी तक की डिटेल्स के मुताबिक आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 27 नवंबर को फाइनल होगा और फिर NSE SME पर 29 नवंबर को एंट्री होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम है।

इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 43,83,600 नए शेयर जारी होंगे। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी बेंगलुरु के ट्रेनिंग सेंटर को अपग्रेड करने और दुबई में एक्सीपिएंस सेंटर खोलने, बेंगलुरु और दुबई में नए प्रेमिसेज के फिट-आउट, बेंगलुरु में नए प्रेमिसेज के सिक्योरिटी डिपॉजिट, कर्ज चुकाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

C2C Advanced Systems के बारे में

वर्ष 2019 में बनी सी2सी एडवांस्ड सिस्टम्स (पूर्व नाम सी2सी-डीबी सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड) स्वदेशी डिफेंस प्रोडक्ट्स इंडस्ट्री को इलेक्ट्रॉनिक्स सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। यह रियल टाइम में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और डेटा मुहैया कराती है। इसके क्लाइंट्स नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन, डीआरडीओ, एबीबी, थेल्स, एचएएल और दसॉल्ट सिस्टम्स जैसी दिग्गज कंपनियां हैं।

कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसे 2.38 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था लेकिन अगले वित्त वर्ष 2023 में यह 2.88 करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफे में आ गई जो अगले वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर 12.28 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 989 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 41.30 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

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Tags: #IPO

First Published: Nov 26, 2024 4:25 PM

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