Lenskart IPO: ओमनीचैनल आईवियर ब्रांड लेंसकार्ट (Lenskart) को शेयरधारकों से IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) के लिए मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) में की गई रेगुलेटरी फाइलिंग के जरिए यह जानकारी दी है। यह किसी भी भारतीय कंज्यूमर-टेक कंपनी के लिए सबसे बड़े स्टॉक मार्केट डेब्यू में से एक हो सकता है।
फाइलिंग्स के मुताबिक, कंपनी IPO के तहत 2,150 करोड़ रुपये (लगभग 250 मिलियन डॉलर) का फ्रेश इश्यू लाएगी। कंपनी की सालाना आम बैठक 26 जुलाई को हुई थी, जिसमें प्रस्ताव को मंजूरी मिली। IPO का कुल आकार 8,500 करोड़ रुपये (लगभग 1 अरब डॉलर) रहने की उम्मीद है। इसमें समें मौजूदा निवेशकों द्वारा सेकेंडरी शेयर सेल भी शामिल है।
Moneycontrol ने फरवरी में एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में बताया था कि Lenskart कम से कम पांच इन्वेस्टमेंट बैंकों को IPO के लिए सलाहकार नियुक्त करने की योजना बना रही है। इनमें कोटक महिंद्रा कैपिटल, एक्सिस कैपिटल, सिटी, मॉर्गन स्टेनली और Avendus Capital शामिल हैं।
लेंसकार्ट ने जून में अपने कॉर्पोरेट स्ट्रक्चर में बदलाव करते हुए खुद को पब्लिक लिमिटेड कंपनी में तब्दील किया था। साथ ही, नाम बदलकर Lenskart Solutions Limited कर दिया है।
IPO वाले लिस्ट में Lenskart भी शामिल
लेंसकार्ट ने Meesho, PhysicsWallah, Pine Labs, Urban Company, Wakefit, Groww और Shadowfax जैसे स्टार्टअप्स की उस लिस्ट में जगह बना ली है, जो IPO की दिशा में बढ़ रहे हैं। अगर लेंसकार्ट 85,000 करोड़ रुपये (10 अरब डॉलर) की वैल्यूएशन पर IPO लाता है, तो यह Zomato, Paytm और Nykaa जैसे बड़े स्टार्टअप IPO के साथ शामिल हो जाएगा।
लेंसकार्ट की नींव 2008 में पीयूष बंसल, अमित चौधरी, नेहा बंसल और Sumeet Kapahi ने रखी थी। यह आज भारत की सबसे बड़ी ओमनीचैनल आईवियर कंपनी बन चुकी है। इसकी ऑनलाइन मौजूदगी के साथ-साथ 2,000 से ज्यादा फिजिकल स्टोर्स भी हैं।
2019 में कंपनी यूनिकॉर्न बनी थी, और इसे SoftBank, Temasek, Abu Dhabi Investment Authority (ADIA), Alpha Wave Global, KKR, Kedaara Capital और TPG जैसे निवेशकों का समर्थन प्राप्त है।
लेंसकार्ट की वित्तीय स्थिति और ग्रोथ
जून 2024 में, Lenskart ने Temasek और Fidelity से $200 मिलियन जुटाए थे, तब कंपनी की वैल्यूएशन $5 अरब आंकी गई थी। Fidelity ने बाद में अप्रैल 2025 में अपने पोर्टफोलियो अपडेट में कंपनी की वैल्यूएशन $6.1 अरब तक बढ़ा दी।
हालांकि FY24 में कंपनी की वित्तीय स्थिति थोड़ी कमजोर रही। फाइलिंग्स के मुताबिक, कंपनी ने ₹5,427 करोड़ की ऑपरेटिंग इनकम पर ₹10 करोड़ का नेट लॉस दर्ज किया। इससे पहले कंपनी मुनाफे में थी। FY25 के अंत तक कंपनी का रेवेन्यू $755 मिलियन (लगभग ₹6,415 करोड़) रहने का अनुमान है। इसमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बिजनेस शामिल हैं।