Lenskart आईपीओ के लिए गोपनीय रास्ते का इस्तेमाल नहीं करेगी, अगले महीने सेबी को भेज सकती है ड्राफ्ट

आईपीओ के लिए कॉन्फिडेंशियल रूट के इस्तेमाल की जगह नॉर्मल रूट का इस्तेमाल करने का LensKart का फैसला थोड़ा चौंकाता है। इसकी वजह यह है कि ज्यादातर न्यू एज कंपनियों ने आईपीओ के लिए कॉन्फिडेंशियल रूट का इस्तेमाल किया है या इस्तेमाल करने के बारे में सोच रही हैं

अपडेटेड Jun 25, 2025 पर 12:57 PM
Story continues below Advertisement
लेंसकार्ट के बॉस पीयूष बंसल जुलाई के दूसरे हफ्ते तक SEBI के पास IPO के लिए अप्लाई कर देंगे। यह इंडिया के सबसे बड़े आईपीओ में से एक हो सकता है।

लेंसकार्ट आईपीओ पेश करने के लिए गोपनीय रास्ते का इस्तेमाल नहीं करेगी। इसकी जगह कंपनी सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) फाइल करेगी। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने इस बारे में बताया। लेंसकार्ट का काफी समय से खुद को एक्सचेंजों में लिस्ट कराने का प्लान है। कंपनी ने इंडिया में चश्मे के बाजार में बड़ा बदलाव लाया है। पिछले कुछ सालों में इसका ब्रांड काफी स्ट्रॉन्ग हो गया है। कंपनी गोल्ड स्कीम में एक चश्मा खरीदने पर दूसरा चश्मा फ्री ऑफर करती है।

न्यू एज कंपनियां कॉन्फिडेंशियल रूट का इस्तेमाल करती हैं

आईपीओ के लिए कॉन्फिडेंशियल रूट के इस्तेमाल की जगह नॉर्मल रूट का इस्तेमाल करने का LensKart का फैसला थोड़ा चौंकाता है। इसकी वजह यह है कि ज्यादातर न्यू एज कंपनियों ने आईपीओ के लिए कॉन्फिडेंशियल रूट का इस्तेमाल किया है या इस्तेमाल करने के बारे में सोच रही हैं। इनमें Swiggy, Groww, Boat, PhyiscsWallah और Meesho जैसी कंपनियां शामिल हैं। इनमें से कुछ कंपनियों का आईपीओ का प्लान अंतिम चरण में है।


क्या है Confidential Route?

इस रूट में कंपनी के बारे में जानकारी को तुरंत सार्वजनिक नहीं किया जाता है। इसके उलट नॉर्मल रूट में जैसे ही कंपनी आईपीओ के लिए SEBI को ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस सौंपती है, उसे सार्जनिक कर दिया जाता है। इससे लोगों को कंपनी के बारे में छोटी-बड़ी हर जानकारी मिल जाती है। कॉन्फिडेंशियल रूट में कंपनी की संवेदनशील जानकारियां लोगों तक नहीं पहुंचती है, इससे कंपनी को अपने हिसाब से आईपीओ की टाइमिंग तय करने की सुविधा हो जाती है।

काफी स्ट्रॉन्ग है लेंसकार्ट का ब्रांड

लेंसकार्ट के बॉस पीयूष बंसल ने आईपीओ पेश करने से पहले अपनी कंपनी की स्थिति काफी मजबूत बना ली है। मार्केट में लेंसकार्ट की सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्वी Titan Eye Plus है। लेकिन, इसका ऑपरेशन लेंसकार्ट जितना बड़ा नहीं है। इससे एक तरह से लेंसकार्ट के लिए किसी तरह का कॉम्पिटिशन नहीं रह गया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यही वजह है कि कंपनी कॉन्फिडेंशियल की जगह नॉर्मल रूट से सेबी के पास आईपीओ के लिए अप्लाई करना चाहती है।

यह भी पढ़ें: HDB Financial IPO: निवेश के लिए कैसा है एचडीबी फाइनेंशियल का आईपीओ?

85000 करोड़ रुपये का हो सकता है IPO

बंसल शॉर्क टैंक टीवी प्रोग्राम के इंडियन वजर्न पर बतौर जज आते रहे हैं। इससे लेंसकार्ट के ब्रांड को भी मजबूती मिली है। आईपीओ के बारे में पूछ गए सवालों के जवाब बंसल और लेंसकार्ट ने नहीं दिए। बताया जाता है कि बंसल जुलाई के दूसरे हफ्ते तक SEBI के पास IPO के लिए अप्लाई कर देंगे। यह इंडिया के सबसे बड़े आईपीओ में से एक हो सकता है। करीब 100 करोड़ डॉलर के इस आईपीओ के लिए कंपनी की वैल्यएशन 1000 करोड़ डॉलर हो सकती है। रुपये में यह 85000 करोड़ रुपये होगा।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।