LIC के आईपीओ में बोली लगाने वाले इनवेस्टर्स के लिए खुशखबरी है। LIC का आईपीओ पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया है। यह इश्यू बुधवार (4 मई) को खुला था। दूसरे दिन यानी गुरुवार को यह पूरी तरह सब्सक्राइब होने के करीब पहुंच गया। पहले दिन शाम तक यह सिर्फ 67 फीसदी सब्सक्राइब हुआ था। देश का यह सबसे बड़ा आईपीओ न सिर्फ एलआईसी के लिए बहुत अहम था बल्कि यह सरकार के लिए भी प्रेस्टिज का इश्यू बन गया था।
गुरुवार शाम सवा छह बजे तक यह आईपीओ पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया। पॉलिसीहोल्डर्स कोटा में यह इश्यू 3.01 गुना सब्सक्राइब हो चुका है। रिटेल पोर्शन में 90 फीसदी सब्सक्राइब हो चुका है। क्यूआईबी कैटेगीर में यह 40 फीसदी और एनआईआई कैटेगरी में 45 फीसदी सब्सक्राइब हो चुका है।
पॉलिसीहोल्डर और स्टाफ कोटा में यह इश्यू बुधवार को ही 100 फीसदी सब्सक्राइब हो गया था। बुधवार को शुरुआती दो घंटों में इस इश्यू को शानदार रिस्पॉन्स मिला था। लेकिन, दोपहर 2 बजे आरबीआई के अचानक रेपो रेट बढ़ा देने के बाद मार्केट का मूड बिगड़ गया। सेंसेक्स 1300 अंक यानी 2 फीसदी से ज्यादा गिर गया।
माना जा रहा है कि आरबीआई के इंटरेस्ट रेट और सीआरआर बढ़ाने का असर एलआईसी के आईपीओ पर भी पड़ा। सरकार इस इश्यू से करीब 21,000 करोड़ रुपये जुटाने जा रही है। वह एलआईसी में अपनी 3.5 फीसदी हिस्सेदारी बेच रही है। यह इश्यू पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) है। इसका मतलब है कि इश्यू से जो अमाउंट मिलेगा, वह सरकार का होगा।
LIC देश की सबसे बड़ी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी है। इसकी बाजार हिस्सेदारी 61.4 फीसदी है। यह दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी लाइफ इश्योरेंस कंपनी है। टोटल एसेट के लिहाज से यह दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी है। इसके देशभर में 13.5 लाख एजेंट्स हैं। यह 40 लाख करोड़ रुपये का प्रबंधन करती है। यह सभी म्यूचुअल फंडों के कुल एयूएम से ज्यादा है।
एंकर कोटे के तहत भी कई बड़े विदेशी इनवेस्टर्स ने एलआईसी के आईपीओ में इनवेस्ट किया। इनमें गवर्नमेंट ऑफ सिंगापुर, गवर्नमेंट पेंशन फंड ग्लोबल, बीएनपी इनवेस्टमेंट्स एलएलसी, मॉनेटरी अथॉरिटी ऑफ सिंगापुर और सोसायटे जनरल शामिल हैं। इनके अलावा इनवेस्को इंडिया और सेंट कैपिटल फंड ने भी इस आईपीओ में निवेश किए।
इस आईपीओ में डोमेस्टिक इनवेस्टर्स भी खूब दिलचस्पी दिखाई। इनमें एसबीआई म्यूचुअल फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एलएंडटी म्यूचुअल फंड, टाटा इनवेस्टमेंट कॉर्पोरेशन, यूटीआई म्यूचुअल फंड, सुंदरम म्यूचुअल फंड, आईडीएफसी एमएफ और बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस शामिल हैं।