Stallion India Fluorochemicals IPO: मुंबई की स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स ने आईपीओ के लिए बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास दोबारा ड्राफ्ट फाइल किया है। इससे पहले कंपनी ने 18 दिसंबर 2023 को आईपीओ के लिए सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल किया था लेकिन बाद में इसे कंपनी ने वापस ले लिया। अब कंपनी ने आईपीओ के लिए दोबारा आवेदन किया है। इस आईपीओ के तहत नए शेयर जारी होंगे और साथ ही ऑफर फॉर सेल (OFS) विंडो के जरिए मौजूदा शेयरधारक अपनी होल्डिंग हल्की भी करेंगे। घरेलू मार्केट में इसकी लिस्टेड पियर्स गुजरात फ्लोरोकेमिकल्स (Gujarat Fluorochemicals), एसआरएफ (SRF) और नवीन फ्लोरीन इंटरनेशनल (Navin Flourine International) हैं।
Stallion India Fluorochemicals IPO की डिटेल्स
स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स के आईपीओ के तहत 1,78,58,740 नए शेयर जारी होंगे। इसके अलावा 43,02,656 शेयरों की प्रमोटर शहजार शेरियार रूस्तमजी (Shazad Sheriar Rustomji) बिक्री करेंगे। यह 27.94 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है। शहजाद के पास अभी कंपनी की 94.60 फीसदी हिस्सेदारी है। इसके अलावा बाकी 5.37 फीसदी हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर गीतू यादव के पास है। अब आईपीओ के पैसों के इस्तेमाल की बात करें तो ऑफर फॉर सेल का पैसा शेयर बेचने वाले शहजाद को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से 95 करोड़ रुपये का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, 29.15 करोड़ रुपये का इस्तेमाल सेमी-कंडक्टर और स्पेशल्टी गैस की डीबल्किंग और महाराष्ट्र के खालापुर के ब्लेंडिंग फैसिलिटी में, 21.2 करोड़ रुपये का इस्चेमाल आंध्र प्रदेश के मम्बट्टू में रेफ्रिजेरेंट डीबल्किंग और ब्लेडिंग फैसिलिटी में होगा। बाकी पैसों को आम कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए रखा जाएगा।
Stallion India Fluorochemicals के बारे में
स्टैलियन इंडिया फ्लोरोकेमिकल्स एयर कंडीशनर्स और रेफ्रिजेरेटर्स, फायर फाइटिंग, सेमीकंडक्टर मैनुफैक्चरिंग, ऑटोमोबाइल मैनुफैक्चरिंग, फार्मा और मेडिकल्स, सेमीकंडक्टर्स, ग्लास बॉटल मैनुफैक्चरिंग, एयरोसोल्स और स्प्रे फोम जैसी इंडस्ट्रीज को रेफ्रिजेरेंट गैस सप्लाई करती है। महाराष्ट्र, राजस्थान और हरियाणा में इसके चार फैसिलिटीज हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 में इसका मुनाफा 23 फीसदी गिरकर 16.2 करोड़ रुपये पर आ गया। हालांकि इस दौरान कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 21.3 फीसदी उछलकर 225.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। EBITDA की बात करें तो यह 50.3 फीसदी की तेज स्पीड से गिरकर 16.2 करोड़ रुपये पर आ गया और मार्जिन भी 10.30 फीसदी टूटकर 7.2 फीसदी पर आ गया। चालू वित्त् 2023-24 की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 में इसे 5.4 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 92.7 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ।