KP Green Engineering IPO Listing: फैब्रिकेटेड और हॉट-डिप गैल्वनाइज्ड स्टील प्रोडक्ट बनाने वाली केपी ग्रीन इंजीनियरिंग के शेयरों की 22 मार्च को BSE SME प्लेटफॉर्म पर लिस्टिंग हो गई। शेयर 200 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ, जो इसके आईपीओ के अपर प्राइस बैंड 144 रुपये से करीब 39 प्रतिशत ज्यादा है। लिस्ट होने के तुरंत बाद शेयर 5 प्रतिशत चढ़ा और 210 रुपये पर अपर सर्किट लग गया। कंपनी का मार्केट कैप 1,050 करोड़ रुपये है।
KP Green Engineering IPO 15 मार्च को खुला और 19 मार्च को क्लोज हो गया। यह 29.50 गुना सब्सक्राइब हुआ। इसे भारत में SME सेगमेंट का सबसे बड़ा पब्लिक इश्यू बताया जा रहा है। IPO में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 31.86 गुना, रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 20.12 गुना और नॉन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व हिस्सा 48.23 गुना सब्सक्राइब हुआ।
IPO में 1,31,60,000 नए शेयर जारी किए गए और प्राइस बैंड 137-144 रुपये प्रति शेयर था। KP Green Engineering के प्रमोटर डॉ. फारुखभाई गुलामभाई पटेल और हसन फारुख पटेल हैं।
IPO के पैसों का कैसे होगा इस्तेमाल
KP Green Engineering के प्रोडक्ट्स में लैटिस टॉवर, सबस्टेशन स्ट्रक्चर, सोलर मॉड्यूल माउंटिंग स्ट्रक्चर, केबल ट्रे, अर्थिंग स्ट्राइप्स और बीम क्रैश बैरियर शामिल हैं। कंपनी आईपीओ से होने वाली कमाई में से 156.1 करोड़ रुपये नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने पर खर्च करेगी। बाकी पैसों का इस्तेमाल सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। वर्तमान में कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी वडोदरा में है। कंपनी का इरादा भरूच में नई यूनिट लगाने का है। इसकी मदद से कंपनी अपना प्रोडक्शन बढ़ाने के साथ-साथ अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो का विस्तार भी करना चाहती है।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।