NSDL IPO: नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजटरी लिमिटेड (NSDL) का ₹4000 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए आज 30 जुलाई को खुलेगा। आईपीओ खुलने से पहले 61 एंकर निवेशकों से यह ₹1201.44 करोड़ जुटा चुकी है। एंकर निवेशकों को ₹800 के भाव पर 1.50 करोड़ से अधिक शेयर जारी हुए हैं। ग्रे मार्केट में बात करें तो इसके शेयर आईपीओ के अपर प्राइस बैंड से ₹126 यानी 15.75% की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और फाइनेंशियल के आधार पर ही निवेश का फैसला लेना चाहिए। यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल का है यानी कि आईपीओ के तहत कोई नया शेयर नहीं जारी होगा और एनएसडीएल को इसका पैसा नहीं मिलेगा।
सबसे अधिक पैसे डाले LIC ने
एनएसडीएल के आईपीओ के एंकरबुक के तहत सबसे अधिक शेयर देश की सबसे बड़ी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी को जारी हुए हैं। एलआईसी को प्रति शेयर ₹800 के भाव पर ₹14.4 करोड़ के 17,99,982 करोड़ शेयर जारी हुए हैं जोकि एंकरबुक का 11.99% हिस्सा है। एंकर बुक के तहत 12 घरेलू म्यूचुअल फंड्स को 22 स्कीमों के तहत 52,97,418 इक्विटी शेयर जारी हुए हैं जो एंकर बुक के तहत जारी हुए कुल शेयरों का 35.27% हिस्सा है। एंकर बुक के तहत सबसे अधिक शेयर एसबीआई बैंकिंग एंड फाइनेंशियल सर्विसेज फंड को जारी हुए जिसे एंकर बुक का 4.05% यानी 6,07,482 शेयर ₹800 के भाव पर ₹48.60 करोड़ में मिला है।
एनएसडीएल के ₹4,011.60 करोड़ के आईपीओ में ₹760-₹800 के प्राइस बैंड और 18 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकेंगे। यह इश्यू आज 30 जुलाई को खुलेगा और 1 अगस्त को बंद होगा। इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित है जबकि 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 4 अगस्त को फाइनल होगा। फिर बीएसई और एनएसई पर 6 अगस्त को एंट्री होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार एमयूएफजी इनटाइम है। इस आईपीओ के ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत ₹2 की फेस वैल्यू वाले 5,01,45,001 शेयरों की बिक्री होगी।
वर्ष 2012 में बनी एनएसडीएल सेबी के पास रजिस्टर्ड मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशन (MII) है। यह देश में सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी के तौर पर काम करती है। इसका काम सिक्योरिटीज के अलॉटमेंट और मालिकाना हक के ट्रांसफर के इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड मेंटेन करना है। यह डीमैटरलाइजेशन, ट्रेड सेटलमेंट, ऑफ-मार्केट ट्रांसफर, सिक्योरिटीज के गिरवी इत्यादि सर्विसेज देती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹234.81 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹275.45 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹343.12 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 18% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹1,535.19 करोड़ पर पहुंच गया।