NSDL IPO : डिपॉजिटरी कारोबार से जुड़ी कंपनी NSDL के IPO का प्राइस बैंड 760 से 800 रुपए प्रति शेयर के बीच होगा। कंपनी का इश्यू अगले हफ्ते 30 तारीख को खुलकर 1 अगस्त को बंद होगा। NSDL डिपॉजिटरी कारोबार से जुड़ी बाजार में लिस्ट होने वाली दूसरी कंपनी होगी। CDSL पहले से बाजार में निवेशकों को दमदार रिटर्न पहले से दे रही है। ऐसे में क्या है दोनों कंपनियों में अंतर,आइए समझने की कोशिश करते हैं।
NSDL Vs CDSL, किसमें कितना दम?
CDSL रिटेल पर निर्भर है। कंपनी रिटेल डिपॉजिटरी है। रिटेल से मिलने वाली ट्रांजैक्शन फीस से कंपनी की सबसे ज्यादा कमाई होती है। वहीं, NSDL इंस्टिट्यूशन और सरकार पर निर्भर है। यह कॉर्पोरेट्स और सरकार की डिपॉजिटरी है। कंपनी की कॉर्पोरेट्स से मिलने वाले ट्रांजैक्शन फीस से सबसे ज्यादा कमाई होती है।
CDSL के ग्राहकों में DP के जरिए रिटेल निवेशक शामिल हैं। वहीं, NSDL के ग्राहकों में MF, FIIs, पेंशन फंड और इंश्योरेंस कंपनियां शामिल हैं।
CDSL वॉल्यूम पर आधारित लो-कॉस्ट कारोबार में है। वहीं, NSDL हाई वैल्यू क्लाइंट्स पर निर्भर है। CDSL की असेट अंडर कस्टडी (Assets Under Custody)79 लाख करोड़ रुपए है। वहीं, NSDL की असेट अंडर कस्टडी 510 लाख करोड़ रुपए है।
इनके वैल्यूएशन की बात करें तो CDSL 65x PE पर ट्रेड कर रहा है। वहीं, NSDL 47x PE पर ट्रेड कर रहा है।
किसके पास कितने डीमैट खाते
CDSL के पास 15.86 करोड़ डीमैट खाते हैं। वहीं, NSDL के पास 4.05 करोड़ डीमैट खाते हैं। इनके कारोबार पर नजर डालें तो वित्त वर्ष 2025 में CDSL की आय 1082 करोड़ रुपए रही है। वहीं, NSDL की आय 1535 करोड़ रुपए रही है। वहीं, CDSL का EBITDA 624 करोड़ रुपए रहा है। जबकि NSDL का एबिटडा 425 करोड़ रुपए रहा है। वित्त वर्ष 2025 में CDSL का PAT मार्जिन 44 फीसदी था। वहीं, इसी अवधि में NSDL का PAT मार्जिन 22 फीसदी था। इस अवधि में CDSL का मुनाफा 556 करोड़ रुपए रहा है। वहीं, NSDL का मुनाफा 343 करोड़ रुपए रहा।