Om Freight Forwarders IPO: ओम फ्रेट फॉरवर्डर्स लिमिटेड का IPO बोली लगाने के तीसरे दिन दोपहर 3:12 बजे तक कुल 2.47 गुना सब्सक्राइब हो चुका था। NSE के आंकड़ों के अनुसार, उपलब्ध 79.17 लाख शेयरों के मुकाबले निवेशकों ने 1.96 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां लगाई हैं। इस आईपीओ में NII और QIBs ने बढ़ चढ़कर बोली लगाई है।
NII और QIB ने संभाली बोली की कमान
ओम फ्रेट फॉरवर्डर्स लिमिटेड के IPO को गैर-संस्थागत निवेशकों (NIIs) और योग्य संस्थागत खरीदारों (QIBs) का मजबूत समर्थन मिला है। NIIs के लिए रिजर्व हिस्सा 4.95 गुना सब्सक्राइब हुआ। इस श्रेणी में ₹10 लाख से ऊपर की बड़ी बोलियों वाले सेगमेंट में सबसे अधिक उत्साह देखा गया, जो 5.18 गुना सब्सक्राइब हुआ। वहीं योग्य संस्थागत खरीदारों (QIBs) ने भी जोरदार दिलचस्पी दिखाई और उनका हिस्सा 3.95 गुना सब्सक्राइब हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 14.82 लाख शेयरों के लिए बोली लगाई।
रिटेल और कर्मचारी सेगमेंट में धीमी रफ्तार
रिटेल निवेशकों और कर्मचारियों के कोटे में उतनी दिलचस्पी नहीं देखी गई। रिटेल निवेशकों (RIIs) का हिस्सा 1.24 गुना सब्सक्राइब हुआ, जो अन्य श्रेणियों की तुलना में काफी कम है। वहीं कर्मचारियों के लिए आरक्षित हिस्सा सिर्फ 0.31 गुना ही भरा। इस कोटे के लिए रिजर्व 4.5 लाख शेयरों के मुकाबले केवल 1.41 लाख बोलियां ही प्राप्त हुई।
इश्यू से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
₹122.31 करोड़ के इस IPO में दो हिस्से हैं। ₹24.44 करोड़ मूल्य के 18.1 लाख शेयरों का फ्रेश इश्यू और ₹97.88 करोड़ के 72.5 लाख शेयरों का ऑफर फॉर सेल (OFS) है। इस इश्यू का प्राइस बैंड ₹128 से ₹135 प्रति शेयर है। रिटेल निवेशकों को बोली लगाने के लिए के लिए 111 शेयरों का एक लॉट के लिए ₹14,985 का न्यूनतम निवेश करना होगा। यह IPO 29 सितंबर को खुला था और 3 अक्टूबर को बंद हो जाएगा। शेयरों का अलॉटमेंट 6 अक्टूबर को फाइनल होने की उम्मीद है और 8 अक्टूबर को NSE व BSE पर लिस्टिंग होनी है।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।