Oyo Hotels IPO: सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प के विरोध के बाद ओयो होटल्स ने तीसरी बार IPO के प्लान को टाल दिया है। इसकी एक वजह इस साल शेयर बाजार में दिखी उथल-पुथल भी है। कंपनी इस साल अक्टूबर में IPO लाने वाली थी। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मामले की जानकारी रखने वाले लोगों का कहना है कि सॉफ्टबैंक ने IPO के प्रस्तावित वक्त पर आपत्ति जताई है। साथ ही ओयो पर दबाव डाला है कि जब तक उसकी कमाई मजबूत नहीं हो जाती, तब तक वह IPO की पेशकश को रोके रखे।
सॉफ्टबैंक, ओयो में सबसे बड़ा शेयरहोल्डर है। अब ओयो का लक्ष्य 7 अरब डॉलर की वैल्यूएशन पर मार्च 2026 तक लिस्ट होना है। OYO ने सबसे पहले सितंबर 2021 में 8430 करोड़ रुपये के IPO के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर फाइल किए थे। तत्कालीन अस्थिर बाजार स्थितियों के कारण, कोविड19 से पैदा हुए हालात को देखते हुए प्लान को टाल दिया। इसके बाद मार्च 2023 में कंपनी ने फिर से कोशिश की और कॉन्फिडेंशियल रूट से ड्राफ्ट जमा किया। मई 2024 में कंपनी ने दूसरी बार IPO का ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) वापस लेने के लिए सेबी के पास आवेदन किया। कंपनी ने कहा था कि बॉन्ड जारी होने के बाद वह DRHP के अपडेटेड वर्जन को फिर से फाइल करेगी।
जुलाई 2024 में Incred से जुटाए 417 करोड़ रुपये
OYO ने जुलाई 2024 में इनक्रेड (Incred) से 417 करोड़ रुपये (तकरीबन 5 करोड़ डॉलर) जुटाए थे। यह फंड 19,756 करोड़ रुपये (तकरीबन 2.38 डॉलर) की वैल्यूएशन पर जुटाया गया। OYO की पेरेंट कंपनी Oravel Stays Ltd ने नवंबर 2023 में बायबैक प्रक्रिया के माध्यम से अपने कर्ज के एक बड़े हिस्से 1,620 करोड़ रुपये का वक्त से पहले भुगतान किया था। बायबैक में 66 करोड़ डॉलर के बकाया टर्म लोन बी की 30 प्रतिशत पुनर्खरीद शामिल थी। इस कदम से कंपनी की बकाया ऋण राशि घटकर लगभग 45 करोड़ डॉलर रह गई।