सिटीजन-सेंट्रिक ई-गवर्नेंस सॉल्यूशंस डेवलपर Protean eGov Technologies का आईपीओ 6 नवंबर को खुलने जा रहा है। इसके लिए प्राइस बैंड 752-792 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। Protean eGov Technologies को पहले NSDL ई-गवर्नेंस इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम से जाना जाता था। इस आईपीओ में 8 नवंबर तक बोली लगाई जा सकेगी। एंकर निवेशक 3 नवंबर को बोली लगा सकेंगे। कंपनी ऊपरी प्राइस बैंड पर 61.91 लाख इक्विटी शेयरों के आईपीओ से 490.3 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है।
इस इश्यू में केवल ऑफर-फॉर-सेल (OFS) रहेगा, जिसके तहत 360 वन स्पेशल अपॉर्च्युनिटीज फंड, एनएसई इन्वेस्टमेंट्स, HDFC बैंक, एक्सिस बैंक, डॉयचे बैंक एजी और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया सहित कई निवेशक शेयरों को बिक्री के लिए रखेंगे। इसलिए इश्यू के माध्यम से जुटाया गया सारा पैसा, शेयर बिक्री करने वाले शेयरधारकों के पास जाएगा।
इस ऑफर में कंपनी के कर्मचारियों के लिए 1.5 लाख इक्विटी शेयरों को रिजर्व रखा गया है। उन्हें ये शेयर फाइनल ऑफर प्राइस से 75 रुपये प्रति शेयर के डिस्काउंट पर मिलेंगे। कर्मचारियों के लिए रिजर्व हिस्से को निकालने के बाद बचा हिस्सा नेट इश्यू या नेट ऑफर है। नेट इश्यू का आधा हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए और 15 प्रतिशत हाई नेट वर्थ वाले लोगों के लिए रिजर्व किया गया है। शेष 35 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए अलग रखा गया है। निवेशक 18 इक्विटी शेयरों के लॉट में बोली लगा सकते हैं।
आईपीओ क्लोज होने के बाद 13 नवंबर तक आईपीओ शेयरों के अलॉटमेंट को अंतिम रूप दिया जा सकता है। इक्विटी शेयर 16 नवंबर तक पात्र निवेशकों के डीमैट खातों में जमा किए जाएंगे। आईपीओ शेड्यूल के अनुसार, Protean eGov Technologies के शेयर 17 नवंबर को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट हो सकते हैं। ICICI सिक्योरिटीज, इक्विरस कैपिटल, IIFL सिक्योरिटीज और नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज (इंडिया) इस इश्यू के मर्चेंट बैंकर हैं।
FY23 में 107 करोड़ रुपये का प्रॉफिट
Protean eGov Technologies को वित्त वर्ष 2022-23 में 107.04 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ था। इस दौरान ऑपरेशंस से रेवेन्यू बढ़कर 742.2 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2021-22 में मुनाफा 143.9 करोड़ रुपये और ऑपरेशंस से रेवेन्यू 690.9 करोड़ रुपये रहा था। जून FY24 तिमाही के लिए नेट प्रॉफिट पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के 21.3 करोड़ रुपये की तुलना में बढ़कर 32.2 करोड़ रुपये हो गया। जून तिमाही में ऑपरेशंस से रेवेन्यू 156.75 करोड़ रुपये से बढ़कर 220.4 करोड़ रुपये हो गया।