NSDL IPO: मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) के प्रस्तावित 3,000 करोड़ रुपये के आईपीओ को स्थगित कर दिया है। हमारे सहयोगी न्यूज चैनल CNBC TV18 ने गुरुवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी। रिपोर्ट के मुताबिक SEBI ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के खिलाफ चल रही जांच के कारण यह फैसला किया है। NSDL ने बीते 7 जुलाई को सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के पास IPO के लिए ड्राफ्ट पेपर जमा कराए थे। निमयों के मुताबिक, SEBI जब किसी IPO को स्थगित करता है, तो यह अवधि करीब 90 दिनों के लिए लागू होता है। बता दें कि NSDL की मुख्य शेयरधारक NSE है।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि NSDL सेबी को स्थगन की अवधि को घटाकर 45 दिन करने के लिए लेटर लिखेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि NSDL में IDBI बैंक और NSE की हिस्सेदारी, किसी भी डिपॉजिटरी कंपनी में अधिकतम 15% हिस्सेदारी की स्वीकार्य सीमा से अधिक है।
NSDL के ड्राफ्ट पेपर के मुताबिक, उसका आईपीओ पूरी तरह से ऑफर-फॉर-सेल (OFS) है, जिसके तहत इसके मौजूदा शेयरधारक करीब 5.72 करोड़ शेयरों को बिक्री के लिए रखेंगे।
इन शेयरधारकों में IDBI बैंक 2.22 करोड़ शेयर बेचेगी। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज 1.80 करोड़ शेयर, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 56.25 लाख शेयर, भारतीय स्टेट बैंक 40 लाख शेयर और HDFC बैंक भी 40 लाख शेयर बेचेगा। इसके अलावा, स्पेशिफाइड अंडरटेकिंग ऑफ यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया (SUUTI) के प्रशासक भी 34.15 लाख शेयर बेचेंगे।
ड्राफ्ट पेपर के अनुसार, कंपनी के शेयरों को बीएसई पर सूचीबद्ध कराने की योजना है। IPO का एक हिस्सा कंपनी के कर्मचारियों के लिए भी आरक्षित होगा और उन्हें आईपीओ प्राइस पर कुछ डिस्काउंट भी दिया जाएगा।
वित्त वर्ष 2023 में NSDL का रेवेन्यू 1,099.81 करोड़ रुपये और इसका शुद्ध लाभ 234.81 करोड़ रुपये रहा था, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की तुलना में अधिक था।