Shadowfax IPO: फ्लिपकार्ट के निवेश वाली लॉजिस्टिक्स स्टार्टअप शैडोफैक्स (Shadowfax) ने शेयर बाजार में उतरने की तैयारी शुरू कर दी है। कंपनी ने अपने इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) के लिए गोपनीय तरीके से आवेदन यानी ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP)दाखिल किया है। आवदेन के मुताबिक, कंपनी अपने आईपीओ के जरिए 2,000 से 2,500 करोड़ रुपये तक जुटाना चाहती है। शैडोफैक्स से पहले हाल के दिनों में कई दूसरे न्यू-एज टेक कंपनियों ने भी अपने आईपीओ के लिए आवेदन जमा कराए हैं।
पिछले दो हफ्तों में पाइन लैब्स (Pine Labs), वेकफिट (Wakefit) और क्योरफूड्स (Curefoods) जैसी कंपनियों ने भी अपना आवेदन दाखिल किया है। इन तीनों कंपनियों ने कुल करीब 4,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी की है। अब इस लिस्ट में शैडोफैक्स का नाम भी जुड़ गया है।
मनीकंट्रोल को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, शैडोफैक्स के आईपीओ में नए शेयरों और ऑफर फॉर सेल (OFS) का हिस्सा बराबर-बराबर हो सकता है। इस तरह शैडोफोक्स अपने आईपीओ में नए शेयरों के जरिए लगभग 1,000 से 1,500 करोड़ रुपये जुटा सकती है।
माना जा रहा है कि मीशो (Meesho) और लेंसकार्ट (Lenskart) जैसी दिग्गज स्टार्टअप्स भी इस साल के अंत तक IPO लाने की तैयारी कर रही हैं और वे भी गोपनीय रूप से अपने ड्राफ्ट पेपर को दाखिल करने की तैयारी में हैं। मनीकंट्रोल को जानकारी मिली है कि ये कंपनियां अगले कुछ हफ्तों में आईपीओ के लिए आवेदन जमा करा सकती हैं। हालांकि पाइन लैब्स, वेकफिट और क्योरफूड्स ने अपने आईपीओ के लिए सामान्य रूट से ही आवेदन जमा कराए हैं।
गोपनीय DRHP का रास्ता क्यों?
शैडोफैक्स ने आईपीओ आवेदन के लिए गोपनीय तरीके से दाखिल करने का फैसला इसलिए किया है ताकि वह अपनी संवेदनशील कारोबारी जानकारी को अपनी राइवल कंपनियों से सुरक्षित रख सके। शैडोफैक्स की मुख्य राइवल कंपनियों में डेल्हीवेरी और ईकार्ट जैसे दिग्गज नाम है। गोपनीय रूट से आईपीओ आवेदन जमा करने का चलन अब तेजी से बढ़ रहा है। ग्रो (Groww), फिजिक्सवाला (PhysicsWallah) और शिपरॉकेट (Shiprocket) जैसी कंपनियां भी इसी रणनीति के तहत IPO की योजना बना रही हैं।
Shadowfax एक हाइपरलोकल डिलीवरी नेटवर्क है जो ई-कॉमर्स, फूड डिलीवरी, फार्मा और ग्रॉसरी सेगमेंट में लॉजिस्टिक्स सेवाएं देती है। इसकी प्रमुख निवेशक कंपनियों में फ्लिपकार्ट भी शामिल है, जो वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली दिग्गज ईकॉमर्स कंपनी है।
गोपनीय तरीके से आवेदन का क्या मतलब है?
गोपनीय DRHP फाइलिंग का मतलब है कि कंपनी अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) को सार्वजनिक रूप से शेयर बाजार या आम निवेशकों के सामने लाए बिना सीधे मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास गुप्त रूप से जमा करती है। SEBI ने साल 2022 में इस सुविधा को लॉन्च किया था।
इसका फायदा यह है कि इससे कंपनी को शुरुआत में बाजार की स्थितियों का आकलन करने और संवेदनशील जानकारी को राइवल कंपनियों से छिपाए रखने का मौका मिलता है। अगर बाजार की स्थिति ठीक नहीं हो, तो कंपनी IPO को रोक या टाल सकती है और उसकी कोई जानकारी भी लीक नहीं होती है। बाद में जब कंपनी IPO लाने का फैसला करती है, तब यह डॉक्यूमेंट पब्लिक डोमेन में जारी किया जाता है
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