Shree Refrigerations IPO: देश के जाने-माने निवेशक आशीष कचोलिया की हिस्सेदारी वाली कंपनी श्री रेफ्रिजरेशन्स का आईपीओ 25 जुलाई को खुलने वाला है। महाराष्ट्र की HVAC सिस्टम बनाने वाली Shree Refrigerations ने अपने आईपीओ का प्राइस बैंड ₹119-₹125 प्रति शेयर तय किया है। अपने पब्लिक इश्यू के जरिए कंपनी 93.86 लाख शेयरों के बदले ₹117.3 करोड़ जुटाने की योजना में है। इस आईपीओ का एंकर बुक 24 जुलाई को खुलेगा।
बता दें कि श्री रेफ्रिजरेशन्स में प्रमोटरों की 56.61 प्रतिशत हिस्सेदारी है, और शेष 43.39 प्रतिशत हिस्सेदारी सार्वजनिक शेयरधारकों के पास है। इनमें आशीष रमेशचंद्र कचोलिया (4.34 प्रतिशत), मेरु इन्वेस्टमेंट फंड पीसीसी सेल 1 (2.17 प्रतिशत), और महाराष्ट्र डिफेंस एंड एयरोस्पेस वेंचर फंड (17.09 प्रतिशत) शामिल हैं।
श्री रेफ्रिजरेशन्स के IPO में 75.61 लाख नए शेयरों का फ्रेश इश्यू और महाराष्ट्र डिफेंस एंड एयरोस्पेस वेंचर फंड द्वारा अपने निवेश प्रबंधक IDBI कैपिटल मार्केट्स एंड सिक्योरिटीज के माध्यम से 18.25 लाख शेयरों का ऑफर-फॉर-सेल (OFS) शामिल है। इस इश्यू के लिए बोली लगाने का अंतिम दिन 29 जुलाई होगा। कंपनी 30 जुलाई को IPO शेयरों का अलॉटमेंट फाइनल करेगी। शेयर 1 अगस्त से BSE SME पर ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध होंगे। बता दें कि नर्नोलिया फाइनेंशियल सर्विसेज श्री रेफ्रिजरेशन्स IPO के लिए एकमात्र मर्चेंट बैंकर के रूप में काम कर रही है।
अपने आईपीओ से कंपनी का लक्ष्य ₹445.4 करोड़ का वैल्यूएशन हासिल करना है। आईपीओ से मिलने वाले पैसों का उपयोग कंपने अपनी वर्किंग कैपिटल जरूरतों के लिए करेगी। और बची हुई राशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए होगा।
कैसी है कंपनी की वित्तीय सेहत?
श्री रेफ्रिजरेशन्स के वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो मार्च 2025 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के लिए कंपनी ने ₹13.5 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो पिछले वित्त वर्ष के ₹11.5 करोड़ के लाभ की तुलना में 17.5 प्रतिशत ज्यादा है। वही वित्त वर्ष 2025 में राजस्व 23 प्रतिशत बढ़कर ₹98.7 करोड़ हो गया, जो पिछले वित्तीय वर्ष के ₹80.3 करोड़ था।
Shree Refrigerations चिलर, टेस्टिंग इक्विपमेंट, मरीन HVAC & R सिस्टम और प्रिंटिंग चिलर का प्रोडक्शन करती है। कंपनी इंजीनियरिंग उद्योग को वैल्यू-ऐडेड फैब्रिकेशन सर्विसेज भी प्रोवाइड करती है। इसके साथ ही कंपनी विशेष रूप से भारतीय नौसेना को अपनी सेवाएं देती है जिसमें वो रासायनिक व फार्मास्युटिकल क्षेत्रों के लिए चिलर बनाती है।