SRL Diagnostics IPO: फोर्टिस हेल्थकेयर (Fortis Healthcare) की सब्सिडियरी एसआरएल डायग्नोस्टिक्स (SRL Diagnostics) आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए डायग्नोस्टिक्स ने इंवेस्टमेंट बैंकर्स से बातचीत शुरू कर दी है। एसआरएल की योजना 2000 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने की है लेकिन मनीकंट्रोल को सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक इसे लेकर अंतिम रूप से कुछ तय नहीं हुआ है। फोर्टिस की बात करें तो इसे 2018 में मलेशिया के IHH Healthcare ने खरीद लिया था। आईएचएच हेल्थकेयर के पास फोर्टिस हेल्थकेयर की 31.17 फीसदी हिस्सेदारी है। शेष 68.83 फीसदी पब्लिक शेयरहोल्डिंग है। यह मार्केट में लिस्टेड है। वहीं एसआरएल डायग्नोस्टिक्स इकलौती लैब है जिसकी देश भर में मौजूदगी है लेकिन रेवेन्यू के मामले में इसका नंबर Dr Lal Pathlabs के बाद दूसरे स्थान पर है।
SRL Diagnostics IPO के बारे में डिटेल्स
फोर्टिस की सब्सिडियरी एसआरएल डायग्नोस्टिक्स की योजना 2 हजार करोड़ रुपये का आईपीओ लाने की है। सूत्रों के मुताबिक यह इश्यू मुख्य रूप से ऑफर फॉर सेल (OFS) का हो सकता है यानी कि इसके मौजूदा निवेशक अब अपनी पूंजी पर रिटर्न हासिल करना चाहते हैं। एसआरएल डायग्नोस्टिक्स में प्रमोटर ग्रुप की 57.68 फीसदी हिस्सेदारी है। वहीं NY Jacob Ballas और विश्व बैंक की डेवलपमेंट फाइनेंस इकाई IFC जैसे प्राइवेट इक्विटी फर्मों की इसमें 31.52 फीसदी हिस्सेदारी है।
डायग्नोस्टिक सेग्मेंट की मार्केट में फिलहाल अच्छी स्थिति नहीं
घरेलू मार्केट में डायग्नोस्टिक सेग्मेंट के लिस्टेड स्टॉक्स की बात करें तो स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। पिछले तीन महीने में डॉ लाल पैथ 16.5 फीसदी और मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर 19 फीसदी टूट चुका है। इस अवधि में थायरोकेयर 26.7 फीसदी गिर चुका है। पिछले साल 2022 की बात करें तो डॉ लाल 40.86 फीसदी, मेट्रोपोलिस 61.42 फीसदी और थायरोकेयर 44.14 फीसदी कमजोर हुआ था।
SRL Diagnostics के बारे में डिटेल्स
कोरोना के गिरते केसेज का असर एसआरएल के कारोबार पर दिखा लेकिन नॉन-कोविड रेवेन्यू दिसंबर 2022 तिमाही में सालाना आधार पर 7 फीसदी बढ़ गया। दिसंबर 2022 तिमाही में इसका रेवेन्यू सालाना आधार पर 388.5 करो़ रुपये से बढ़कर 331.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। लैब की वेबसाइट के मुताबिक इसकी देश भर के 34 राज्यों और यूनियन टेरिटरीज में मौजूदगी है। इसके 400 से अधिक लैब्स, 2500 से अधिक पेशेंट सर्विस सेंटर्स और 5 हजार से अधिक इंस्टीट्यूशनल टच प्वाइंट्स हैं। देश के बाहर दुबई, अफगानिस्तान और नेपाल में भी इसकी मौजूदगी है। यह पैथोलॉजी और इमेजिंग सर्विसेज मुहैया कराती है।