Tamilnad Mercantile Bank IPO: देश के सबसे पुराने बैंक का IPO बुधवार 7 सितंबर को बंद हो गया। बैंक का इश्यू आखिरी दिन तक 2.86 गुना सब्सक्राइब हुआ था। क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व हिस्से में 1.62 गुना सब्सक्रिप्शन हुआ है। निजी सेक्टर में देश के सबसे पुराने बैंकों में शुमार तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक (Tamilnad Mercantile Bank) के आईपीओ में पैसे लगाने का आज आखिरी मौका था। नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन में 2.94 गुना बोली लगी है।
इस आईपीओ को लेकर सबसे शानदार रिस्पांस खुदरा निवेशकों से मिल रहा है और उनके लिए आरक्षित हिस्सा 6.48 गुना सब्सक्राइब हुआ है। हालांकि ग्रे मार्केट की बात करें तो इसके ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) में लगातार गिरावट का रूझान दिख रहा है।
823 करोड़ रुपये का इश्यू खुलने से कुछ दिन पहले शेयरों का का जीएमपी 40 रुपये था जो अब गिरकर महज पांच रुपये रह गया है। हालांकि जानकारों के मुताबिक सिर्फ ग्रे मार्केट से मिले संकेतों के आधार पर निवेश करना सही नहीं है बल्कि इसकी बजाय कंपनी के फंडामेंटल्स और वित्तीय प्रदर्शन के आधार पर फैसला लेना चाहिए।
इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा QIB, 15 फीसदी हिस्सा एनआईआई और 10 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है। शेयरों की फेस वैल्यू 10 रुपये है। इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर एक्सिस कैपिटल, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स और मोतीलाल ओसवाल इंवेस्टमेंट एडवाइजर्स हैं। इसके अलावा इश्यू के लिए लिंक इनटाइम इंडिया रजिस्ट्रार है। इस इश्यू के तहत 1.58 करोड़ नए शेयर जारी होंगे। जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल भविष्य में कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने के लिए टियर-1 पूंजी को बढ़ाने में किया जाएगा।
Tamilnad Mercantile Bank के बारे में डिटेल्स
तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक करीब 100 साल पुराना बैंक है और इसकी स्थापना 1921 में हुई थी। यह बैंक माइक्रो, स्माल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (MSMEs), किसानों और खुदरा ग्राहकों को बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज मुहैया कराता है। 31 मार्च 2022 तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक इसके 509 ब्रांच और 50.8 ग्राहक हैं। तमिलनाडु मे 369 ब्रांच के अलावा यह बैंक देश के 15 अन्य राज्यों व 4 केंद्र शासित प्रदेशों में भी मौजूद है।
बैंक के वित्तीय सेहत की बात करें तो इसका ग्रॉस एनपीए वित्त वर्ष 2022 में सालाना आधार पर 3.44 फीसदी से सुधरकर 1.69 फीसदी और नेट एनपीए 1.98 फीसदी से 0.95 फीसदी पर आ गया। चालू खाते और बचत खाते में डिपॉजिट का अनुपात CASO Ratio भी सुधरकर सालाना आधार पर वित्त वर्ष 2021-22 में 28.52 फीसदी से 30.5 फीसदी हो गया। प्रॉफिट की बात करें तो इसका नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 36 फीसदी उछलकर 821.91 करोड़ रुपये पर पहुंच गया और ब्याज से होने वाली नेट इनकम 18 फीसदी की उछाल के साथ 1815.23 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारियां सिर्फ सूचना के लिए है और मनीकंट्रोल की तरफ से निवेश के लिए कोई सलाह नहीं दी जाती है। मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। ऐसे में निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर संपर्क कर लें।