Tridhya Tech IPO: अहमदाबाद मुख्यालय वाली सॉफ्टवेयर डेवलपेमेंट कंपनी 'त्रिध्या टेक लिमिटेड (Tridhya Tech Ltd)' का इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) कल यानी शुक्रवार 30 जून को खुलेगा। कंपनी अपना आईपीओ SME रूट के जरिए ला रही है और वह इस इश्यू से करीब 26.41 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। कंपनी ने बताया कि वह IPO से मिली रकम का इस्तेमाल अपने कर्ज चुकाने और दूसरे सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी। कंपनी के शेयर एनएसई के SME इमर्ज प्लेटफॉर्म पर सूचीबद्ध होंगे। त्रिध्या टेक अपने IPO के तहत 62.88 लाख शेयरों को बिक्री के लिए रखेगी। यह पूरी तरह से फ्रेश इश्यू होगा। IPO के लिए प्राइस बैंड 35 से 42 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है।
कंपनी ने IPO के तहत आधे शेयरों को क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशन बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित रखा है। वहीं 15% शेयर नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के लिए अलग रखा गया है। जबकि रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा आरक्षित रखा गया है।
IPO के लिए लॉट के हिसाब से बोली लगाई जा सकती है। एक लॉट में कंपनी के 3,000 शेयर होंगे। रिटेल निवेशक न्यूनतम और अधिकतम 1 लॉट के लिए बोली लगा सकते हैं। 1 लॉट की बोली लगाने के लिए उन्हें 1.26 लाख रुपये (3,000 शेयर x 42 रुपये) निवेश करने होंगे।
Tridhya Tech के बारे में डिटेल्स
यह कंपनी ई-कॉमर्स, रियल एस्टेट, ट्रांसपोर्ट, लॉजिस्टिक्स और इंश्योरेंस जैसे कई सेक्टर्स को शुरु से लेकर आखिरी तक कंसल्टेंसी और डिप्लॉयमेंट सपोर्ट मुहैया कराती है। यह प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, कंसल्टेशन, मेंटनेंस और सपोर्ट सर्विसेज मुहैया कराती है ताकि सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और डिप्लॉयमेंट कायदे से हुआ है, इसे सुनिश्चित किया जा सके। इसके 162 स्थाई और ऑन-कॉल सॉफ्टवेयर एंप्लॉयीज हैं। ये आंकड़े 31 जनवरी 2023 तक के हैं। हालांकि कंपनी का दावा है कि ग्रुप लेवल पर इसके एक हजार से अधिक एंप्लॉयीज हैं। कंपनी के लीडरशिप की बात करें तो इसे रमेश मरांड और विनय डंगर जैसे अनुभवी आईटी पेशेवर चलाते हैं।
कर्मचारियों को कार गिफ्ट करने को लेकर बटोरी थीं सुर्खियां
करीब 5 महीने पहले फरवरी में Tridhya ने तब तहलका मचा दिया था जब इसने अपने कुछ एंप्लॉयीज को महंगी कारें गिफ्ट की थी। कंपनी ने अपने 13 एंप्लॉयीज के काम-काज से खुश होकर 13 महंगी कारें गिफ्ट की थी। कंपनी का मकसद इस परंपरा को आगे भी जारी रखने की है ताकि कंपनी में पॉजिटिव वर्क कल्चर बना रहे और टैलेंटेड लोग कंपनी से जुड़े रहें। साथ ही उनकी प्रोडक्टिविटी भी बढ़ती रहे।