Multibagger Shares: अगर आप निवेश के लिए किसी मल्टीबैगर शेयर की तलाश में है, तो यह खबर आपके काम की हो सकती है। घरेलू ब्रोकरेज फर्म 'वेंचुरा (Ventura)' को अगले 2 साल में लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी (Lloyds Metals & Energy) के शेयरों से मल्टीबैगर रिटर्न मिलने की उम्मीद है। ब्रोकरेज ने 26 जून को जारी एक रिपोर्ट में उसने 'Buy (खरीद)' रेटिंग के साथ लॉयड्स मेटल्स एंड एनर्जी के शेयरों को कवर करना शुरू किया है और इसके लिए 1,040 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। ब्रोकरेज को अगले 24 महीने में इस शेयर के टारगेट प्राइस तक पहुंचने की उम्मीद है।
Lloyds Metals & Energy के शेयर बुधवार 28 जून को बीएसई पर 389.90 रुपये के भाव पर बंद हुए। इस तरह वेंचुरा को इस शेयर में मौजूदा भाव से करीब 166% की बंपर तेजी आने की उम्मीद है। अगर ऐसा हुआ तो निवेशकों के पैसे सिर्फ 2 साल में ढाई गुना से अधिक बढ़ जाएगे।
Ventura ने अपनी रिपोर्ट में कहा, "कंपनी को सुरजागढ़ (गढ़चिरौली) में आयरन ओर उत्पादन को सालाना 30 लाख मैट्रिक टन से बढ़ाकर 1 करोड़ मैट्रिक तक ले जाने की मंजूरी मिली है। साथ ही लीज की समयसीमा बढ़ाकर 2057 कर दीगई है। इससे कंपनी को अपने खपत और बाहरी बिक्री दोनों के लिए आयरन ओर की बिना रुकावट सप्लाई मिलेगी। इसके अलावा, कंपनी के पास घुघुस और कोंसारी में दो और आयरन ओर के खान हैं, जहां खनन कार्य अभी शुरू नहीं हुआ है। आने वाले सालों में इन खदानों के शुरू होने से कंपनी की खनन मात्रा में काफी सुधार हो सकता है।"
इसके अलावा कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 से 2027 तक के दौरान पूरी तरह आंतरिक संसाधानों से 6,500 से 7,000 करोड़ के कैपिल एक्सपेंडिचर का प्लान बनाया है। यह खर्च घुगुस में स्पंज आयरन (DRI) प्लांट का विस्तार करने, एक नई DRI प्लांट लगाने, कोनसारी में पेलेट प्लांट लगाने और नए हॉट मेटल और वायर प्लांट लगाने में किया जाएगा। इससे कंपनी की वैल्यू और मार्जिन को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
ब्रोकरेज ने कहा, "इतने बड़े कैपिटल एक्सपेंडिचर के बावजूद कंपनी कर्ज-मुक्त बनी रहेगी। साथ ही आयरन ओर का उत्पादन बढ़ने और नए प्लांट से इसके पास पर्याप्त कारोबारी नकदी आएगी। कंपनी ने अगले दौर में वित्त वर्ष 2027 से 2031 के दौरान 15,000 करोड़ के कैपिटल एक्सपेंडिचर का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए आंतरिक संसाधनों के अलावा राज्य सरकार की इंडस्ट्रिलय प्रमोशन सब्सिडी के तहत मिलने वाली सब्सिडी पर्याप्त होगी।"
Ventura ने कहा कि आने वाले समय में आयरन ओर की मांग मजबूत बने रहने की उम्मीद है, जो इस शेयर में दांव लगाने का एक और कारण बनता है। ब्रोकरेज ने कहा कि स्टील कंपनियां फिलहाल कैप्टिव खदानों से अपने आयरन ओर की जरूरत का सिर्फ 50 से 60 फीसदी ही पूरा कर पाती है। बाकी को वह बाहर से खरीदती है। 2030 तक देश में स्टील का सालाना उत्पादन 30 करोड़ टन तक पहुंचने का अनुमान है, जो अभी 12.3 करोड़ टन है।
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