Carlsberg IPO: डेनमार्क की मल्टीनेशनल ब्रूअरीज कंपनी कार्ल्सबर्ग (Carlsberg) अपनी भारतीय कंपनी के आईपीओ पर विचार कर रही है। इसे लेकर कंपनी ने सलाहकारों से बातचीत भी शुरू कर दी है। मनीकंट्रोल को यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है। इस आईपीओ को लेकर कंपनी ने कुछ निवेश बैंकों को बातचीत के लिए बुलाया है। सूत्रों के मुताबिक बोफा सिक्योरिटीज, सिटी, ड्यूश बैंक, जेपीमॉर्गन और मॉर्गन स्टैनले इसकी दौड़ में हैं। एक और सूत्र ने बताया कि कार्ल्सबर्ग तो भारत में दो साल से लिस्टिंग की संभावनाएं तलाश रही है और अब इसने इस दिशा में कदम आगे बढ़ने का फैसला किया है।
एक और सूत्र ने मनीकंट्रोल से बातचीत में कहा कि आईपीओ को लेकर बातचीत अभी शुरुआती दौर में है। इसके साइज और वैल्यूएशन को लेकर अभी कुछ तय नहीं हुआ है। हालांकि यह भी निश्चित नहीं है कि आईपीओ आएगा ही। इस मामले में कार्ल्सबर्ग के प्रवक्ता का कहना है कि बाजार की अटकलों पर कंपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं देती है।
Carlsberg India IPO: कैसी है कंपनी की सेहत?
कार्ल्सबर्ग के भारतीय इकाई का आईपीओ लाने पर काम हो रहा है। यह प्रस्ताव कार्ल्सबर्ग इंडिया के मजबूत कारोबारी नतीजे, बेहतर ट्रेड वर्किंग कैपिटल और कम पूंजी निवेश के बाद आया है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का रेवेन्यू ₹8000 करोड़ से अधिक रहा और प्रॉफिट सालाना 60% उछलकर ₹323 करोड़ पर पहुंच गया। कार्ल्सबर्ग इंडिया के प्रोडक्ट्स की कार्ल्सबर्ग ग्रीन, कार्ल्सबर्ग एलीफेंट, टुबोर्ग ग्रीन, टुबोर्ग स्ट्रांग और टुबोर्ग क्लासिक के ब्रांड नाम से होती है। कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक देश में इसके 7 ब्रूअरीज चल रहे हैं। घरेलू मार्केट में इसकी भिड़ंत किंगफिशर बनाने वाली और घरेलू मार्केट में लिस्टेड यूनाइटेड ब्रूअरीज से होती है। इसके अलावा बडवाइजर, कोरोना और होईगार्डन जैसे ब्रांड्स की मालकिन एबीइनबेव से भी इसे टक्कर मिलती है। कार्ल्सबर्ग ग्रुप ने भारत में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए अभी हाल ही में अपना पहला ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर गुरुग्राम में लॉन्च किया था।
Carlsberg India की क्या है स्ट्रैटेजी?
कार्ल्सबर्ग ग्रुप ने वर्ष 2024 की सालाना रिपोर्ट में भारतीय कारोबार को लेकर कहा कि भारत का बियर मार्केट काफी मजबूत है। इसे बढ़ती डिस्पोजेबल इनकम, शहरीकरण, बढ़ते कारोबार और बियर की लोकप्रियता में उछाल से सपोर्ट मिल रहा है। ग्रुप ने इस रिपोर्ट में कहा कि भारत में इसने वर्ष 2007 में एंट्री मारी और अब भारत में इसकी करीब 21% मार्केट में हिस्सेदारी है और यह दूसरे स्थान पर है। इसमें भारत और नेपाल के कारोबार को मिलाने का भी जिक्र है जोकि पिछले साल हुआ। फिलहाल ग्रुप की भारतीय कारोबार में 100% और नेपाली कारोबार में 99.94% हिस्सेदारी है।