Utkarsh SFB IPO: उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक का 500 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए कल खुलेगा। इस इश्यू के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले सिर्फ नए शेयर ही जारी होंगे। ग्रे मार्केट में बात करें तो इसके शेयर काफी मजबूत स्थिति में दिख रहे हैं। इस बैंक के आईपीओ के लिए 23-25 रुपये का प्राइस बैंड तय हुआ है। इस प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से इसके शेयर ग्रे मार्केट में 15 रुपये की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर हैं। इससे उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक के शेयरों के 60 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट होने के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक ग्रे मार्केट से मिले संकेतों की बजाय कंपनी के फाइनेंशियल्स और फंडामेंटल्स के आधार पर निवेश का फैसला लेना चाहिए।
Utkarsh SFB IPO की डिटेल्स
उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक के 500 करोड़ रुपये के आईपीओ के तहत सिर्फ नए शेयर जारी होंगे। सब्सक्रिप्शन के लिए यह इश्यू 12 जुलाई से 14 जुलाई तक खुला रहेगा। इसमें 23-25 रुपये के प्राइस बैंड और 600 शेयरों के लॉट में पैसे लगा सकेंगे। इश्यू का 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), 15 फीसदी नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) और 10 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित है।
आईपीओ की सफलता के बाद शेयरों का अलॉटमेंट 19 जुलाई को फाइनल होगा और लिस्टिंग के लिए 24 जुलाई का दिन फिक्स किया गया है। आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल टियर-1 कैपिटल बेस बढ़ाने और इश्यू से जुड़े खर्चों को भरने में होगा। टियर-1 कैपिटल का इस्तेमाल आगे की पूंजी जरूरतों में होता है।
उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक 2016 में खुला था। वित्त वर्ष 2019 से वित्त वर्ष 2022 के बीच में 5 हजार करोड़ रुपये से अधिक एयूएम (एसेट अंडर मैनेजमेंट) वाले SFB (स्मॉल फाइनेंस बैंक) में सबसे अधिक एयूएम ग्रोथ वाले एसएफबी में यह दूसरे स्थान पर था। यह बैंक अकाउंट्स और डिपॉजिट्स, कार्ड्स, बीमा और निवेश, लोन जैसी सर्विसेज देता है। बैंक के वित्तीय सेहत की बात करें तो इसके शुद्ध मुनाफे में उतार-चढ़ाव रहा है।
वित्त वर्ष 2020 में इसे 1.87 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ था जो अगले ही वित्त वर्ष गिरकर 1.12 करोड़ रुपये पर आ गया। इसके बाद वित्त वर्ष 2022 में यह गिरकर और नीचे 61.46 लाख रुपये पर आ गया। हालांकि पिछले वित्त वर्ष स्थिति सुधरी और इसे 2022-23 में 4.04 करोड़ रुपये. का शुद्ध मुनाफा हासिल हुआ। हालांकि इस दौरान इसका रेवेन्यू लगातार बढ़ा है। वित्त वर्ष 2020 में 14.06 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2021 में 17.06 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2022 में 20.34 करोड़ रुपये से बढ़कर इसका रेवेन्यू वित्त वर्ष 2022-23 में 28.04 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।