Bihar Lok Sabha Elections 2024: बिहार के मशहूर यूट्यूबर मनीष कश्यप (Manish Kashyap likely to join BJP) गुरुवार (25 अप्रैल) को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए। उन्होंने दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में सांसद मनोज तिवारी की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। खुद को 'सन ऑफ बिहार (Son of Bihar)' कहने वाले मनीष कश्यप पहले बिहार से निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उससे पहले उन्होंने बड़ा कदम उठाते हुए भगवा पार्टी में शामिल होने का फैसला किया।
बीजेपी में शामिल होने के बाद मनीष कश्यप ने कहा, "आज मैं बीजेपी में शामिल हो गया हूं। मैं पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काम करूंगा। मेरी मां ने मुझे बीजेपी में शामिल होने के लिए कहा था। मैं कच्चे घर में रहने वाले एक साधारण परिवार से आता हूं। बीजेपी ने मुझे सम्मान दिया है और यही कारण है कि मैं भावुक हो गया।"
इससे पहले खुद मनीष कश्यप ने ऐलान किया था कि वह बिहार के पश्चिमी चंपारण सीट से आम चुनाव लड़ेंगे। लेकिन अब मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। मनीष कश्यप पहले पश्चिम चंपारण सीट पर बीजेपी उम्मीदवार संजय जायसवाल को निर्दलीय चुनौती देने की तैयारी में थे, लेकिन अचानक से उन्होंने अपना प्लान बदल दिया।
बताया जा रहा है कि मनीष कश्यप अब लोकसभा नहीं लड़ेंगे। उनको बीजेपी बिहार में कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। ऐसी अटकलें हैं कि उन्हें पार्टी के भीतर एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी या विधान परिषद सदस्य (MLC) के रूप में टिकट की पेशकश की जा सकती है।
फर्जी वीडियो मामले में हो चुके हैं गिरफ्तार?
तमिलनाडु में बिहार के कामगारों के पिटाई मामले के एक फर्जी वीडियो को कर मनीष गिरफ्तार हो चुके हैं। फर्जी वायरल वीडियो के संबंधित मामले में बिहार और फिर तमिलनाडु पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने पर कश्यप को कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अपनी रिहाई से पहले उन्होंने लगभग 9 महीने जेल में बिताए। इसके बावजूद, वह सालों से बिहार के विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए करोड़ों ग्राहकों के साथ यूट्यूब पर मजबूत उपस्थिति बनाए हुए हैं।
मनीष कश्यप पर अभी भी बिहार और तमिलनाडु में कई तरह के गंभीर मामले दर्ज हैं। तमिलनाडु पुलिस ने मनीष पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानि NSA के तहत भी मामला दर्ज किया है। बाद में उनको मामले में जमानत मिल गई। फर्जी वायरल वीडियो के प्रसार से संबंधित मामले में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने पर कश्यप को कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अपनी रिहाई से पहले उन्होंने लगभग 9 महीने जेल में बिताए। इसके बावजूद, वह वर्षों से बिहार के विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हुए लगभग 8.75 मिलियन ग्राहकों के साथ यूट्यूब पर मजबूत उपस्थिति बनाए हुए हैं।