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Lok Sabha Chunav 2024: यह कैसा गठबंधन? जम्मू में साथ-कश्मीर में खिलाफ, लोकसभा चुनाव से पहले हवा होता I.N.D.I.A.

Lok Sabha Chunav 2024: नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्लाह ने सोमवार को बताया कि उधमपुर, जम्मू और लद्दाख की सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे। जबकि अनंतनाग, बारामूला और श्रीनगर की सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार होंगे

अपडेटेड Apr 08, 2024 पर 4:35 PM
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Lok Sabha Chunav 2024: BJP को हैट्रिक से रोकने के लिए विपक्षी दलों ने मिलकर I.N.D.I.A. गठबंधन बनाया है

Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए वोटिंग की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रहा विपक्षी एकता गठबंधन I.N.D.I.A. की पोल खुलती दिख रही है। केंद्र में 10 साल से सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हैट्रिक से रोकने के लिए देशभर के विपक्षी दलों ने मिलकर I.N.D.I.A. गठबंधन बनाया। हालांकि, लोकसभा चुनाव से पहले ही यह गठबंधन बिखर चुका है। जम्मू और कश्मीर शायद उन विरोधाभासों का सबसे अच्छा उदाहरण है जो विपक्षी अलायंस को परेशान कर रहे हैं। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) द्वारा घाटी के लिए तीन उम्मीदवारों की घोषणा ने कश्मीर में I.N.D.I.A. गुट के बिखराव पर मुहर लगा दी है।

I.N.D.I.A. गठबंधन कश्मीर में पूरी तरह से ढह गया है। हालांकि, जम्मू क्षेत्र में अभी बरकरार है। PDP ने अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला तब किया जब उसके I.N.D.I.A. ब्लॉक पार्टनर नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट छोड़ने से इनकार कर दिया, जिस पर महबूबा मुफ्ती की पार्टी की नजर थी।

PDP ने की 3 उम्मीदवारों की घोषणा


पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने कश्मीर में तीन सीटों के लिए पार्टी के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद के खिलाफ अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी। जम्मू कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी सीट से मुफ्ती और आजाद के चुनावी मुकाबले में उतरने से इस नवगठित निर्वाचन क्षेत्र में लड़ाई रोचक हो गई है।

नेशनल कॉन्फ्रेंस ने प्रभावशाली गुर्जर नेता मियां अल्ताफ अहमद को अनंतनाग-राजौरी से मैदान में उतारा है और जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी ने जफर इकबाल मन्हास को उम्मीदवार बनाया है। जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस सीट के लिए अभी तक अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।

जम्मू में बरकरार रहेगा गठबंधन

PDP जम्मू क्षेत्र की दो सीटों उधमपुर और जम्मू में कांग्रेस का समर्थन करेगी। पीडीपी अध्यक्ष ने एक सवाल पर कहा, "हमने संविधान और लोकतंत्र को बचाने की बड़ी लड़ाई में कांग्रेस का समर्थन करने का फैसला किया है।" उन्होंने कहा, "लेकिन मैं न केवल कांग्रेस कार्यकर्ताओं बल्कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के कार्यकर्ताओं से भी मेरा समर्थन करने की अपील करूंगी ताकि हम जम्मू-कश्मीर के लोगों की आवाज संसद तक पहुंचा सकें।"

मुफ्ती ने कहा, "अनंतनाग से राजौरी और पुंछ तक निर्वाचन क्षेत्र के सभी लोगों से मेरी अपील है कि वे एक साथ आएं क्योंकि हम एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। लोग बात नहीं कर सकते। बात करना अपराध बन गया है। अगर कोई आवाज उठाता है, तो उसे राष्ट्र-विरोधी करार दिया जाता है।" पीडीपी के इंडिया गठबंधन के सहयोगी नेशनल कॉन्फ्रेंस के खिलाफ चुनाव लड़ने पर मुफ्ती ने कहा कि गेंद अब नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के पाले में है।

मुफ्ती ने कहा, "हमने फैसला फारूक अब्दुल्ला पर छोड़ दिया है। भले ही वे सभी सीटों पर चुनाव लड़ें हमें कोई आपत्ति नहीं होगी, लेकिन उन्हें कम से कम हमसे बातचीत करनी चाहिए थी।" PDP प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी का घोषणापत्र लोगों की असली आवाज को दिल्ली तक ले जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार दक्षिण कश्मीर निर्वाचन क्षेत्र में उनके खिलाफ अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल कर रही है।

मुफ्ती ने कहा, "दक्षिण कश्मीर निर्वाचन क्षेत्र में केंद्र अपनी पूरी ताकत झोंक रहा है। उन्होंने कुछ उम्मीदवारों को प्रत्यक्ष रूप से और कुछ को अप्रत्यक्ष रूप से खड़ा किया है। मैं हमेशा से एक योद्धा रही हूं और मैंने चुनौती स्वीकार करने का फैसला किया है।"

NC ने कांग्रेस को दी 3 सीटें

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्लाह ने सोमवार को बताया कि उधमपुर, जम्मू और लद्दाख की सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे। जबकि अनंतनाग, बारामूला और श्रीनगर की सीटों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार होंगे।

जीत की संभावनाएं कम

श्रीनगर स्थित एक पत्रकार ने नाम न छापने की शर्त पर मनीकंट्रोल से कहा, "अगर पीडीपी-एनसी संयुक्त रूप से चुनाव लड़ती, तो उनके पास बेहतर संभावनाएं होतीं। अब घाटी की तीनों सीटें खुली हैं और चुनावी लड़ाई कड़ी हो गई है। यह अब एकतरफा मुकाबला नहीं रह गया है।"

उन्होंने आगे कहा, "आर्टिकल 370 के निरस्त होने के बाद घाटी में राजनीतिक गतिशीलता बदल गई है। बड़ी संख्या में लोगों के बाहर आकर मतदान करने की उम्मीद है, लेकिन दोनों दलों के बीच संबंध टूटने से वे परेशान हैं।"

2019 के चुनाव में सुरक्षा चिंताओं के कारण इस सीट पर तीन चरणों में मतदान हुआ, लेकिन फिर भी केवल 8.96 प्रतिशत मतदान हुआ। कुल 13,97,272 पंजीकृत मतदाताओं में से केवल 1,24,896 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

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मुफ्ती इससे पहले चार बार लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। उन्होंने 2004 और 2014 में जीत दर्ज की थी। मुफ्ती को 1999 के आम चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला से शिकस्त मिली थी। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में वह तीसरे स्थान पर रही थीं।

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