भारतीय जनता पार्टी ने आखिरकार रायबरेल और कैसरगंज से अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने कैसरगंज से इस बार अपने मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काट कर उनके छोटे बेटे करण भूषण सिंह को मैदान में उतारने का ऐलान किया है। इसके साथ ही रायबरेली से पार्टी ने दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया है। 2009 के बाद ये पहली बार है, जब बीजेपी ने अपने कद्दावर नेता और मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह का कैसरगंज सीट से उतार दिया और उनके बेटे को टिकट दे दिया।
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व प्रमुख बृज भूषण सिंह (Brij Bhushan Singh) के खिलाफ कई महिला पहलवानों की तरफ से यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच बीजेपी ने कैसरगंज (Kaiserganj) से राजनीतिक रूप से चर्चित करण भूषण सिंह (Karan Bhushan Singh) को मैदान में उतारा है।
करण भूषण सिंह कैसरगंज सीट से लगातार तीन बार जीत हासिल करने वाले बृजभूषण सिंह के छोटे बेटे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में बृजभूषण कैसरगंज से दो लाख वोटों से चुनाव जीते थे।
13 दिसंबर 1990 को जन्मे करण ने डबल ट्रैप शूटिंग में नेशनल लेवल पर प्रतिस्पर्धा की। उनकी एक बेटी और एक बेटा है। करण भूषण ने डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA) और कानून की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में बिजनेस मैनेजमेंट में डिप्लोमा भी किया है।
करण भूषण सिंह वर्तमान में उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। इससे पहले करण यूपी कुश्ती संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष थे।
पहलवानों ने दी थी प्रदर्शन की धमकी
करण के चुनाव जीतने के कुछ दिनों बाद, ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने विरोध प्रदर्शन की धमकी दी थी, उन्होंने दावा किया था कि सरकार ने वादा किया था कि बृज भूषण या उनके रिश्तेदार या सहयोगी खेल पर शासन नहीं करेंगे।
करण गोंडा के नवाबगंज में सहकारी ग्राम विकास बैंक के चेयरमैन भी हैं।
कैसरगंज में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा। करण भूषण 3 मई को कैसरगंज से अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं, क्योंकि नामांकन का ये आखिरी दिन होगा।