Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (15 मई) को महाराष्ट्र में एक चुनावी रैली के दौरान आरोप लगाया कि कांग्रेस अपने पिछले शासन के दौरान सरकारी बजट का 15 फीसदी हिस्सा मुसलमानों के लिए आवंटित करना चाहती थी। पीएम ने कहा कि इसके साथ ही उन्होंने धर्म के आधार पर बजट को बांटने और नौकरियों या शिक्षा में आरक्षण की अनुमति नहीं देने का संकल्प लिया। उत्तर महाराष्ट्र में नासिक जिले के पिंपलगांव बसवंत में महायुति उम्मीदवारों के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि धार्मिक आधार पर बजट को विभाजित करना खतरनाक है।
पीटीआई के मुताबिक, पीएम मोदी ने कहा कि संविधान के मुख्य शिल्पी बाबासाहेब आंबेडकर नौकरियों और शिक्षा में धर्म आधारित आरक्षण के सख्त खिलाफ थे। उन्होंने दावा किया कि केंद्र में सत्ता में रहने के दौरान कांग्रेस ने कुल बजट का 15 प्रतिशत अल्पसंख्यकों को आवंटित करने की योजना बनाई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "कांग्रेस के लिए अल्पसंख्यक सिर्फ एक ही हैं, उसका अपना प्रिय वोट बैंक। मुझे याद है मैं उस समय (गुजरात का) मुख्यमंत्री था तब मैंने उसका पुरजोर विरोध किया था। कांग्रेस चाहती थी कि देश के सारे बजट का 15 प्रतिशत सिर्फ मुसलमानों पर खर्च हो, तब BJP के जबरदस्त विरोध के बाद वे कामयाब नहीं हो पाए थे।"
पीएम मोदी ने कहा कि आंबेडकर धर्म आधारित आरक्षण के खिलाफ थे लेकिन कांग्रेस अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के आरक्षण के अधिकार छीनकर मुसलमानों को देना चाहती है। उन्होंने कहा, "मोदी समाज के वंचित तबके के अधिकारों का चौकीदार है और कांग्रेस को उनके अधिकार कभी छीनने नहीं देगा।"
पीएम मोदी ने कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनाव एक ऐसे प्रधानमंत्री के चुनाव के बारे में है जो देश के लिए कड़े फैसले लेता है। पीएम ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में उनकी सरकार ने हर धर्म के लोगों को मुफ्त राशन, पानी, बिजली, घर और गैस कनेक्शन प्रदान किए हैं। उन्होंने कहा, "कल्याणकारी योजनाएं हर किसी के लिए बनाई गई हैं।"
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा, "महाराष्ट्र में I.N.D.I.A. गठबंधन के एक नेता को पता है कि कांग्रेस बुरी तरह हार रही है। इसलिए उन्होंने सुझाव दिया कि छोटे दलों को कांग्रेस में विलय कर देना चाहिए ताकि वह कम से कम विपक्षी पार्टी के रूप में खड़ी हो जाए।"
उन्होंने कहा, "जब नकली शिवसेना (शिवसेना UBT का जिक्र करते हुए) का कांग्रेस में विलय होगा तो मैं बालासाहेब ठाकरे को याद करूंगा, क्योंकि दिवंगत नेता ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर (के निर्माण) और अनुच्छेद 370 को खत्म करने का सपना देखा था।"