प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि उनका शासन मॉडल धर्म या जाति के आधार पर भेदभाव नहीं करता है। साथ ही उन्होंने कहा कि 2002 के बाद उनकी छवि को खराब करने की कोशिश की गई थी। उनका ये बयान ऐसा समय पर आया है, जब लोकसभा चुनाव में धार्मिक ध्रुवीकरण पर तीखी बहस छिड़ी है। अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गंगा नदी के तट से बोलते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने बचपन में अपने पड़ोसियों के साथ ईद मनाई थी और उनके कई मुस्लिम दोस्त हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 2002 में गुजरात में सांप्रदायिक हिंसा का जिक्र करते हुए कहा, “मैं बचपन में मुस्लिम परिवारों के बीच रहा हूं। मेरे बहुत सारे मुस्लिम दोस्त हैं। 2002 के बाद, मेरी छवि खराब करने की कोशिश की गई।” ये वही वक्त था, जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
हमारे पड़ोस में मुस्लिम परिवार रहते थे: मोदी
उन्होंने कहा, “हमारे पड़ोस में मुस्लिम परिवार रहते थे। ईद पर, हम अपने घर में खाना नहीं पकाते थे, क्योंकि खाना पड़ोसी मुस्लिम घरों से आता था। मुहर्रम पर, हमें ताजिया के नीचे जाना सिखाया गया।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2002 के बाद, जब उनकी छवि खराब हुई, तो उन्होंने जमीनी हकीकत जानने के लिए सर्वे कराया।
PM मोदी ने कहा, “अहमदाबाद में मानेक चौक नाम की एक जगह है, जहां लोग शाम को खाना खाने जाते हैं। लेकिन दिन के समय सभी बिजनेसमैन मुस्लिम होते हैं और सभी खरीदार हिंदू होते हैं। मैंने कुछ लोगों को उस बाजार में सर्वे करने के लिए भेजा। उनमें से एक ने मेरे खिलाफ बोला, तो दुकानदार ने उसे रोका और कहा, मोदी के खिलाफ एक शब्द भी मत बोलो।' मेरे बच्चे मोदी के कारण स्कूल जा रहे हैं। लगभग 90 प्रतिशत दुकान मालिकों का भी यही कहना था।"
जब एक मुस्लिम महिला ने PM मोदी को दी बधाई
उन्होंने एक और घटना का जिक्र करते हुए कहा कि मुस्लिम बहुल जुहापुरा इलाके से एक महिला उनके पास आई और उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा, “उन्होंने हर घर में बिजली पहुंचाने के मेरे काम के लिए मेरी सराहना की। मैंने कहा लेकिन मैंने कनेक्शन काट दिया है, ये कैसे अच्छा है। उन्होंने कहा कि यह अच्छा है, क्योंकि लोग सरकार की बिजली चोरी करते थे और हमें बिजली कनेक्शन देने के लिए पैसे लेते थे।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके जीवन में ऐसी बहुत सी चीजें हुई हैं, लेकिन वो इन सबका प्रचार नहीं करते। उन्होंने कहा, “मेरा मंत्र है 'सबका साथ सबका विकास'। मैं वोट बैंक के लिए काम नहीं करता। अगर कुछ गलत है, तो मैं कहूंगा कि यह गलत है।"
मुसलमानों को "ज्यादा बच्चे पैदा करने" वाले पर दिया ये जवाब
ये पूछे जाने पर कि उन्होंने मुसलमानों को "ज्यादा बच्चे पैदा करने" वाला क्यों कहा? प्रधान मंत्री ने कहा, "मैं स्तब्ध हूं। जब मैं ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले लोगों के बारे में बात करता हूं, तो लोग ये क्यों मान लेते हैं कि मैं मुसलमानों के बारे में बात कर रहा हूं? यहां तक कि गरीब हिंदू परिवारों में भी ये समस्या है। वे अपने बच्चों को हायर एजुकेशन नहीं दे पा रहे हैं। मैंने न तो हिंदुओं का नाम लिया है और न ही मुसलमानों का। मैंने बस एक अपील की है कि उतने ही बच्चे पैदा करें, जिनकी आप देखभाल कर सकें।”
ये पूछे जाने पर कि क्या मुस्लिम इस चुनाव में उन्हें वोट देंगे? पीएम मोदी ने कहा, “मुझे विश्वास है कि देश के लोग मुझे वोट देंगे। जिस दिन मैं हिंदू-मुस्लिम करने लगूंगा, सार्वजनिक जीवन में रहने लायक नहीं रहूंगा। मैं हिंदू-मुस्लिम विभाजन नहीं करूंगा, यह मेरी प्रतिबद्धता है।” मोदी ने मंगलवार को एक विशाल शक्ति प्रदर्शन करते हुए लोकसभा चुनाव के लिए वाराणसी से नामांकन दाखिल किया।